खास बात यह है कि ग्यारह दिन बाद गुप्ता की सेवानिवृत्ति होना है। पुलिस अधीक्षक कैलाशचन्द विश्नोई ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता एम.के. गुप्ता ठेकेदारों से बटौरी गई रकम लेकर जयपुर रवाना हुए है। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसीबी अजमेर चौकी) सी.पी. शर्मा ने जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर गुप्ता की कार को रूकवाया। एसीबी ने कार की तलाशी ली जिसमें सवा पांच लाख रुपए की रकम बरामद की गई।
रकम के संबंध में गुप्ता कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। एसीबी टीम गुप्ता को अजमेर पुरानी आरपीएससी भवन स्थित चौकी में पहुंची । जहां उनसे रकम के संबंध में पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि गुप्ता सवा पांच लाख रुपए की रकम लेकर जयपुर के लिए रवाना हुए थे। उक्त रकम की बंदरबाट उच्चाधिकारियों के साथ जयपुर में होनी थी।
एसीबी मामले में विभागीय ठेकेदारों को भी जांच के घेरे में लिया है। मूलत: जयपुर के रहने वाले गुप्ता एक साल पहले अजमेर में पदस्थापित हुए थे। इससे पूर्व वह कोटा में पदस्थापित थे। गुप्ता आगामी 30 सितम्बर को सेवानिवृत्त होना था। संभवत: सेवानिवृत्ति से पूर्व वह ठेकेदारों से अपना पुराना लेन-देन करके घर लौट रहे थे।