माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बारहवीं विज्ञान का परिणाम 99.52, कॉमर्स का 99.73 और कला का 99.19 प्रतिशत रहा है। इनमें विज्ञान में 99.51, कॉमर्स में 99.67 और कला में 99.04 प्रतिशत विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण रहे हैं। एकाध दिन में सीबीएसई के बारहवीं के नतीजे आएंगे। इसके नतीजों में भी उछाल आना तय है।
पहली फिजिक्स-मैथ्स के बगैर प्रवेश
सभी इंजीनियरिंग कॉलेज में पहली बार फिजिक्स-मैथ्स के बगैर भी प्रवेश होंगे। यानि बायलॉजी, जूलॉजी-बॉटनी, केमिस्ट्री या इससे मिलते कॉम्बिनेशन वाले विषयों के विद्यार्थियों को भी प्रवेश मिलेगा। आरटीयू और बीटीयू को ऐसे विद्यार्थियों को छह महीने या एक साल का ब्रिज कोर्स कराना होगा।
सभी इंजीनियरिंग कॉलेज में पहली बार फिजिक्स-मैथ्स के बगैर भी प्रवेश होंगे। यानि बायलॉजी, जूलॉजी-बॉटनी, केमिस्ट्री या इससे मिलते कॉम्बिनेशन वाले विषयों के विद्यार्थियों को भी प्रवेश मिलेगा। आरटीयू और बीटीयू को ऐसे विद्यार्थियों को छह महीने या एक साल का ब्रिज कोर्स कराना होगा।
बढ़ेंगे कट ऑफ माक्र्स
बारहवीं के बाद विद्यार्थी जेईई मेन और जेईई एडवांस एग्जाम देकर तकनीकी संस्थान में प्रवेश होते हैं। पिछले साल 50 प्रतिशत सीट पर बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सीधे प्रवेश दिए गए थे। इस बार प्रवेश में कट ऑफ में बढऩा तय है। हालांकि प्रवेश की पहली प्राथमिकता जेईई मेन्स ही होगी। कोविड-19 के हालात से सब वाफिक हैं। मार्कशीट अथवा सर्टिफिकेट के पीछे कोविड प्रमोट लिखने से फर्क नहीं पड़ेगा।
डॉ. रेखा मेहरा, प्राचार्य बड़ल्या इंजीनियरिंग कॉलेज
बारहवीं के बाद विद्यार्थी जेईई मेन और जेईई एडवांस एग्जाम देकर तकनीकी संस्थान में प्रवेश होते हैं। पिछले साल 50 प्रतिशत सीट पर बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सीधे प्रवेश दिए गए थे। इस बार प्रवेश में कट ऑफ में बढऩा तय है। हालांकि प्रवेश की पहली प्राथमिकता जेईई मेन्स ही होगी। कोविड-19 के हालात से सब वाफिक हैं। मार्कशीट अथवा सर्टिफिकेट के पीछे कोविड प्रमोट लिखने से फर्क नहीं पड़ेगा।
डॉ. रेखा मेहरा, प्राचार्य बड़ल्या इंजीनियरिंग कॉलेज