उच्च शिक्षा विभाग की प्रवेश नीति में विद्यार्थियों को पर्सेंटेज (percentage)के आधार पर प्रवेश का प्रावधान रखा गया है। कश्मीर घाटी के पंडितों-हिन्दू परिवारों के बच्चों के लिए सभी संकायों में 1 सीट रिजर्व रहेगी। इस श्रेणी में कोई विद्यार्थी नहीं मिलने पर सीट को सामान्य अभ्यर्थी से भरा जाएगा।
शिक्षक बनाएंगे बुक बैंकसभी कॉलेज में शिक्षकों को गरीब विद्यार्थियों के लिए बुक बैंक बनाना होगा। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई में सहूलियत होगी। जिन विद्यार्थियों के माता- पिता या जिन महिलाओं के पति की कोरोना से मृत्यु हुई है, उन्हें न्यूनतम उत्तीर्णांक पर अतिरिक्त सीट पर प्रवेश मिलेंगे।
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दाखिलों की तिथियों का इंतजार
उच्च शिक्षा विभाग ने फिलहाल प्रवेश नीति जारी की है। अब ऑनलाइन फॉर्म और फीस जमा कराने, प्रवेशित विद्यार्थियों की सूची, वरीयता सूची और अन्य तिथियां जारी होंगी। इसके अनुसार ही यूजी प्रथम वर्ष और पीजी प्रीवियस कक्षाओं में प्रवेश होंगे।
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14 लाख से ज्यादा होते हैं दाखिले
राज्य में 450 से ज्यादा सरकारी कॉलेज हैं। इनमें पांच लाख से ज्यादा विद्यार्थियों के दाखिले होते हैं। जबकि 2 हजार से ज्यादा निजी कॉलेज में 8 लाख से ज्यादा विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं। इनमें भी उच्च शिक्षा विभाग की प्रवेश नीति के अनुसार ही दाखिले होंगे।