कांकाणी ने धर्मवीर सिंह से 19 जुलाई को 16 हजार रुपए की डिमांड की थी। आरोपी ने सत्यापन की कार्रवाई में 5 हजार रुपए ले लिए। शेष रकम 28 जुलाई को जिला परिषद में ही देना तय हुआ। एसीबी के बिछाए जाल के मुताबिक परिवादी धर्मवीर सिंह शेष रकम ग्यारह हजार रुपए लेकर जिला परिषद पहुंचा। रकम देने के बाद एसीबी ने आरोपी सहायक विकास अधिकारी मुकेश कांकाणी को दबोच लिया।
टॉयलेट की टांड पर फेंकी राशि एसीबी टीम के जिला परिषद में दाखिल होने की भनक लगते ही सहायक विकास अधिकारी मुकेश कांकाणी ने रिश्वत की राशि पुरुष टॉयलेट में बने टांड पर फेंक दी। एसीबी को आरोपी की जामा तलाशी में रकम नहीं मिली जबकि हाथ में रंग लगा मिला। एसीबी टीम ने कांकाणी की निशानदेही पर टॉयलेट की टांड से रिश्वत की रकम बरामद की। कार्रवाई में हैडकांस्टेबल रामचन्द्र, सिपाही शिवसिंह, त्रिलोक सिंह व राजेश शामिल थे।