छात्राओं के तेवर देखकर कई अफसर कुलपति चैंबर में पहुंचे। इस दौरान छात्र नेताओं और विवि अधिकारियों के बीच तनातनी हो गई।
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अजमेर.बीएड कॉलेजों की मनमानियां उजागर हो रही हैं। शनिवार को गीतांजलि बीएड कॉलेज बोरावड़ की छात्राओं ने किट के नाम पर मनमाने शुल्क वसूलने को लेकर महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति चैंबर में उनकी कुर्सी को घेर लिया। गुस्साई छात्राओं के तेवर देखकर कई अफसर कुलपति चैंबर में पहुंचे। इस दौरान छात्र नेताओं और विवि अधिकारियों के बीच तनातनी हो गई। छात्राओं ने बुधवार तक कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
गीतांजलि बीएड कॉलेज द्वारा मनमानी शुल्क वसूली की शिकायत लेकर छात्राएं और पूर्व छात्रनेता विवि पहुंचे। कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला की अनुपस्थिति में छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष लोकेश गोदारा, मोहित जैन , भगवान सिंह चौहान , पूजा छरंग, चंचल, सोनाली, मनीषा खान, दुर्गा गोदारा, सावित्री, कोमल शर्मा, मैना आंवला, पुष्पा मोहनपुरिया, राधिका, व मनीषा बोहरा सहित अन्य उनकी कुर्सी को घेर कर बैठ गए।मनमानी कर रहा कॉलेज
बीएड कॉलेज छात्राओं ने बताया कि कॉलेज ने ड्रेस, बैग, डायरी व किट के नाम पर 3500 रुपए वसूल कर किसी लक्की ट्रेडिंग कम्पनी की रसीद थमा दी हैं। छात्राओं ने इसका विरोध किया तो कॉलेज ने भविष्य खराब करने और रेस्टिगेट करने की धमकी दी। जबकि पीटीईटी कार्यालय बीकानेर ने बीती 13 जनवरी को बैग, ड्रेस,डायरी व किट के नाम पर किसी कॉलेज द्वारा अवैध वसूली नहीं करने का आदेश जारी किया था।
अफसरों-छात्रों ने तनातनी छात्र-छात्राएं अधिकारियों को कुलपति सचिवालय में ही बुलाने पर अड़ गए। इस पर प्रशासन ने पुलिस बुला ली। छात्राओं ने महिला पुलिसकर्मी नहीं बुलाने पर आपत्ति जताई। इस पर चीफ प्रोक्टर प्रो. अरविंद पारीक ने छात्राओं को तेज आवाज में बात नहीं करने के लिए टोका तो छात्रनेताओं ने आपत्ति जताई। छात्राें के कहा कि कई कॉलेजों के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं, लेकिन विवि प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा। इसकी शिकायत एसीबी में की जाएगी।
अफसर पहुंचे बातचीत करने छात्र-छात्राओं के तेवर देखकर वित्त नियंत्रक भागीरथ सोनी, उप कुलसचिव अकादमिक सुनील टेलर, सहायक कुलसचिव जीएडी दिग्विजयसिंह चौहान बातचीत करने पहुंचे। पूर्व अध्यक्ष भगवान सिंह ने कहा कि कई बीएड कॉलेजों में मनमानी शुल्क वसूली सहित अयोग्य शिक्षक पढ़ा रहे हैं। विवि आंखें मूंदकर सम्बद्धता जारी कर रहा है। कॉलेजों पर कार्रवाई नहीं हो रही है।