ट्यूबवैल या कुए के जल को हौज में एकत्रित कर जरुरत के समय सिंचाई के लिए काम में लेने के लिए 40.13 लाख की लागत से 47 जल हौज का निर्माण करवाकर कृषकों को लाभान्वित किया गया। ट्यूबवैल या कुए से खेत तक बिना छीजत के पानी पहुचाने के उद्देश्य से 409.13 लाख की लागत से 812 किमी की पाईप लाईन कृषकों के खेतों पर लगाई गई। उन्नत कृषि यंत्रों के उपयोग से समय व श्रम की बचत के उद्देश्य से 513 कृषि यंत्रों पर कृषकों को 82.68 लाख का अनुदान दिया गया।
कृषकों के खेत पर 24979 हैक्टेयर क्षेत्र में 826.40 लाख की वित्तीय प्रगति अर्जित की गई। कमजोर वर्ग के कृषकों को मिनिकिट के माध्यम से बीज की उपलब्धता की गई। जिले में महिला कृषकों को 70788 मिनिकिट उपलब्ध करवाए गए। क्षारीय भूमि सुधार के लिए 21.14 लाख की लागत से 1975 मैट्रिक टन जिप्सम कृषकों को अनुदान पर उपलब्ध कराई गई। छात्राओं को कृषि विषय में अध्ययन को प्रोत्साहित करने से जिले में 1006 छात्राओं को 75.40 लाख की छात्रवृति दी गई।
कृषकों के खेत पर 24979 हैक्टेयर क्षेत्र में 826.40 लाख की वित्तीय प्रगति अर्जित की गई। कमजोर वर्ग के कृषकों को मिनिकिट के माध्यम से बीज की उपलब्धता की गई। जिले में महिला कृषकों को 70788 मिनिकिट उपलब्ध करवाए गए। क्षारीय भूमि सुधार के लिए 21.14 लाख की लागत से 1975 मैट्रिक टन जिप्सम कृषकों को अनुदान पर उपलब्ध कराई गई। छात्राओं को कृषि विषय में अध्ययन को प्रोत्साहित करने से जिले में 1006 छात्राओं को 75.40 लाख की छात्रवृति दी गई।