अजमेर के सर्किट हाउस में सोमवार को पत्रकारों से मुखातिब आहूजा ने कहा कि राजस्थान में गहलोत शासन में कानून व्यवस्था फेल है। दुष्कर्म, महिला अत्याचार के मामले बढ़ रहे हैं। करीब 623 मामले दुष्कर्म के कांग्रेस सरकार में सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि करौली में योजनापूर्वक लूटपाथ की गई। हिन्दुओं के त्यौहार पर प्रतिबंध, रैलियां निकालने, पताकाएं लगाने पर रोक लगाकर कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। हिन्दुओं के धार्मिक त्यौहारों पर रोक लगाना तुष्टिकरण है। उन्होंने कहा कि करौली का मामला चुनावी मुद्दा बन गया है। यह मुद्दा मुख्यमंत्री गहलोत ने बनवाया है। उन्होंने कहा कि करीब 4 हजार करोड़ रुपए मदरसों को दिया गया है। जबकि गौपालन के लिए कड़े नियम बना दिए इससे गायों को बचाना मुश्किल हो गया है।महाराणा प्रताप को पाठ्यक्रम से निकालना दुर्भाग्यपूर्ण
आहूजा ने कहा कि महाराणा प्रताप की विश्व में पहचान है। लेकिन राजस्थान में ही महाराणा प्रताप के इतिहास को तत्कालीन शिक्षा मंत्री व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की ओर से पाठ्यक्रम से निकाल दिया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। रीट परीक्षा में पेपर लीक करवा कर लाखों बेरोजगारों के अपमान पर पानी फेरने का काम कांग्रेस सरकार ने किया है। रीट को लेकर बवण्डर हुआ राजस्थान की दशा, व्यथा बहुत खराब हैप्रधानमंत्री का होगा चुनावी चेहरा
आहूजा ने कहा कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में कमल के फूल व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा। परिणाम आने के बाद विधायक दल मुख्यमंत्री के रूप में नेता चुनेंगे।