एमडी व्यास ने बताया कि डेयरी में अनेक नवाचारों के साथ ही डिजिटलाइजेशन को भी जोड़ा गया। अब बीएमसी पर दुग्ध उत्पादक द्वारा दूध देते ही उसके मोबाइल पर दूध व फैट तथा मूल्य की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध हो जाती हैं। मुख्यमंत्री दुग्ध संबल योजना के तहत मात्र 15 मिनट में 56 हजार किसानों के खातों में पैसा पहुंचा है एवं आज लगभग 2400 डेयरी बूथों से ऑनलाइन दूध एवं दुग्ध उत्पाद की मांग आ रही हैं।
सोच आपकी, साथ हमारा
व्यास ने बताया कि विभिन्न चुनौतियों के बाद डेयरी सदर रामचंद्र चौधरी ने समय-समय पर विभिन्न कार्यों के लिए अभिप्रेरित ही नहीं किया बल्कि फ्री हैंड देकर सोच आपकी साथ हमारा वाक्य को सार्थक किया हैं, जिससे भी यह 25 माह की यात्रा सफल व सार्थक बन सकी। एमडी व्यास ने बताया कि उन्होंने डेयरी क्षेत्र में विभिन्न जिलों में काम किया तथा इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल मैनेजमेंट आनंद से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया जो उनके जीवन की सफलता में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ हैं।
अनुभव के रथ को मिला, सोच का सारथी
डेयरी सदर रामचंद्र चौधरी ने कहा कि नवीन सोच के साथ आगे बढ़ाने का काम सारथी के रूप में प्रबंध संचालक ने किया है। अजमेर डेयरी ने एक नई पहचान कायम की है। जहां पहले प्रतिदिन 10 से 12 हजार लीटर दूध से विभिन्न उत्पाद तैयार होते थे, जो आज 40 से 50 हजार लीटर दूध से तैयार हो रहे हैं। गुजरात, बिहार, दिल्ली, तमिलनाडु व उत्तर प्रदेश में अजमेर सरस डेयरी द्वारा उत्पादित व्हाइट बटर की मांग निरन्तर बढ़ रही है। अहमदाबाद, मुंबई व महाराष्ट्र में प्राइवेट सेक्टर में भी अजमेर डेयरी द्वारा दूध की मांग के अनुसार आपूर्ति की जा रही है, जो डेयरी के लिए आर्थिक रूप से संजीवनी का काम कर रही है। अजमेर डेयरी ने राजस्थान प्राइवेट मिल्क यूनियन में चित्तौड़ ,बाड़मेर,नागौर, बीकानेर और यहां तक की जयपुर को भी दूध आपूर्ति का कार्य किया है। आगामी एक-दो माह में नवीन प्लांट में नेचुरल गैस की आपूर्ति भी कर दी जाएगी। नवीन प्लांट में सोलर ऊर्जा के 1000 केवी क्षमता वाले प्लांट की तैयारी हैं।
व्यास ने बताया कि विभिन्न चुनौतियों के बाद डेयरी सदर रामचंद्र चौधरी ने समय-समय पर विभिन्न कार्यों के लिए अभिप्रेरित ही नहीं किया बल्कि फ्री हैंड देकर सोच आपकी साथ हमारा वाक्य को सार्थक किया हैं, जिससे भी यह 25 माह की यात्रा सफल व सार्थक बन सकी। एमडी व्यास ने बताया कि उन्होंने डेयरी क्षेत्र में विभिन्न जिलों में काम किया तथा इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल मैनेजमेंट आनंद से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया जो उनके जीवन की सफलता में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ हैं।
अनुभव के रथ को मिला, सोच का सारथी
डेयरी सदर रामचंद्र चौधरी ने कहा कि नवीन सोच के साथ आगे बढ़ाने का काम सारथी के रूप में प्रबंध संचालक ने किया है। अजमेर डेयरी ने एक नई पहचान कायम की है। जहां पहले प्रतिदिन 10 से 12 हजार लीटर दूध से विभिन्न उत्पाद तैयार होते थे, जो आज 40 से 50 हजार लीटर दूध से तैयार हो रहे हैं। गुजरात, बिहार, दिल्ली, तमिलनाडु व उत्तर प्रदेश में अजमेर सरस डेयरी द्वारा उत्पादित व्हाइट बटर की मांग निरन्तर बढ़ रही है। अहमदाबाद, मुंबई व महाराष्ट्र में प्राइवेट सेक्टर में भी अजमेर डेयरी द्वारा दूध की मांग के अनुसार आपूर्ति की जा रही है, जो डेयरी के लिए आर्थिक रूप से संजीवनी का काम कर रही है। अजमेर डेयरी ने राजस्थान प्राइवेट मिल्क यूनियन में चित्तौड़ ,बाड़मेर,नागौर, बीकानेर और यहां तक की जयपुर को भी दूध आपूर्ति का कार्य किया है। आगामी एक-दो माह में नवीन प्लांट में नेचुरल गैस की आपूर्ति भी कर दी जाएगी। नवीन प्लांट में सोलर ऊर्जा के 1000 केवी क्षमता वाले प्लांट की तैयारी हैं।