नसीरूद्दीन का कहना है कि प्रशासन से उन्हें जानकारी मिली कि 14, 15 और 16 को दिल्ली जाने से लौटे सभी लोगों की जांच या स्क्रीनिंग करवाई जानी है। लेकिन प्रशासन की तरफ से जो लिस्ट आई उसमें गुलाम नजमी फ ारूकी और शाहनवाज सिद्दीकी का ही नाम था। इसलिए उन्होंने स्वयं ही जवाहरलाल नेहरू अस्पताल जाकर स्क्रीनिंग का निर्णय लिया। लेकिन वहां पर चिकित्सकों का कहना था कि भर्ती करके ही जांच का नमूना लिए जाने की प्रक्रिया है। इस पर उन्होंने सीएमएचओ से बात की और जांच के लिए देहली गेट आ गए। वहां पर चिकित्सक ने स्क्रीनिंग की। हालांकि कोई लक्षण नहीं थे फि र भी उन्होंने 10 दिन होम आइसोलेट की सलाह दी है। चिश्ती का कहना है कि चिकित्सकों से उनकी कोई कहासुनी नहीं हुई। सभी ने उनसे अच्छे से बात की है। गौरतलब है कि दिल्ली से लौटने के बाद नसीरूद्दीन दरगाह की महफि ल में भी शामिल हुए हैं।
इनका कहना है दरगाह दीवान के पुत्र नसीरूद्दीन ने जांच के लिए सैंपल देने से इन्कार किया है। उनकी स्क्रीनिंग हुई है। हालांकि वे मरकज में नहीं गए थे। उन्हें होम आइसोलेट किया गया है।
-डॉ. के.के.सोनी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी