जयपुर डिस्कॉम कर रहा सर्वाधिक खर्च जयपुर डिस्कॉम की ओर से उसके अंतर्गत आने वाले चार जिलों कोटा, बूंदी, झालावाड़, धौलपुर में 47.79 करोड़ रूपए दिसम्बर तक खर्च कर किसानों को दिन में बिजली दी गई । देखा जाए तो प्रति जिला 11.95 करोड़ रूपए प्रति जिला खर्च किया गया।
जोधपुर डिस्कॉम में दो जिलों में ही सर्म्पण सप्लाई
जोधुपर डिस्कॉम के दो जिलों में पूर्ण तथा दो जिलो में आंशिक रूप से किसानों को बिजली देने पर 20.07 करोड़ रूपए खर्च किए गए। देखा जा तो प्रति जिला करीब 5.02 करोड़ रूपए खर्च कर रहा है। पाली व सिरोही में दिन में किसानों बिजली मिल रही है। जबकि जालौर के अधिकांश क्षेत्रों तथा जैसलमेर के कुछ क्षेत्रों में दिन के दो ब्लॉक में आंशिक विद्युत आपूर्ति की जा रही है।
जोधुपर डिस्कॉम के दो जिलों में पूर्ण तथा दो जिलो में आंशिक रूप से किसानों को बिजली देने पर 20.07 करोड़ रूपए खर्च किए गए। देखा जा तो प्रति जिला करीब 5.02 करोड़ रूपए खर्च कर रहा है। पाली व सिरोही में दिन में किसानों बिजली मिल रही है। जबकि जालौर के अधिकांश क्षेत्रों तथा जैसलमेर के कुछ क्षेत्रों में दिन के दो ब्लॉक में आंशिक विद्युत आपूर्ति की जा रही है।
राज्य में 15.23 लाख किसान राज्य में 15 लाख 23 लाख किसान है। इनमें 14 लाख 64 हजार मीटर्ड और फ्लेट रेट के 59 हजार कृषि उपभोक्ता हैं। इनमें जयपुर डिस्कॉम में 5 लाख 51 हजार 300। अजमेर डिस्कॉम में 5 लाख 53 हजार 700 तथा जोधपुर डिस्कॉम में 4 लाख 18 हजार कृषि उपभोक्ता हैं।
इनका कहना है
अजमेर डिस्कॉम के तहत आने वाले जिलों के किसानों को दिन में सिंचाई के लिए बिजली दी जा रही है। नागौर के 75 फीसदी क्षेत्र में किसानों को दिन में बिजली दी जा रही है। अगले वित्तीय वर्ष में नागौर को भी पूरी तरह से दिन में सिचांई के लिए बिजली सप्लाई लेने का लक्ष्य निधाZरित किया गया है।
अजमेर डिस्कॉम के तहत आने वाले जिलों के किसानों को दिन में सिंचाई के लिए बिजली दी जा रही है। नागौर के 75 फीसदी क्षेत्र में किसानों को दिन में बिजली दी जा रही है। अगले वित्तीय वर्ष में नागौर को भी पूरी तरह से दिन में सिचांई के लिए बिजली सप्लाई लेने का लक्ष्य निधाZरित किया गया है।
एन.एस.निर्वाण, प्रबन्ध निदेशक, अजमेर डिस्कॉम