मुख्य अभियंता निर्वाण के अनुसार टाटा पावर को सिटी सर्किल के सात सर्किल हैंडओवर किए गए थे। उपभोक्ताओं के परिसरों में पहले से ही प्री-पेड मीटर स्थापित थे। इन्हें टाटा पावर द्वारा हटाया गया है निगम प्रबन्धन ने इसे गंभीरता से लिया है। निगम की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार प्री पेड मीटरों को नहीं हटाए। जिन प्री-पेड मीटरों को हटाया गया है उन्हें पुन: उपभोक्ता के यहां स्थापित करते हुए इसकी सूचना डिस्कॉम को तत्काल दी जाए।
गौरतलब है कि टाटा पावर ने कामकाज संभालते ही करीब 150 की संख्या में शहर के सरकारी कार्यालयों में लगे प्री-पेड मीटर हटा दिए हैं। इसके लिए न तो निगम से अनुमति ली गई और न ही उतारे गए प्री-पेड मीटर निगम के स्टोर में जमा ही करवाए गए। सिंगल फेज के एक प्री-पेड मीटर की कीमत 5 हजार तथा थ्री फेज मीटर की कीमत 10 हजार रुपए तक है।
टाटा ने नहीं की परवाह
डिस्कॉम की ओर से पूर्व में टाटा पावर को पत्र लिख कर के चीफ कॉमर्शियल को पत्र लिखे गए लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की। अब निगम ने टाटा पावर से स्पष्टीकरण तलब किया है कि किन कारणों से डिस्कॉम लगाए गए प्री-पेड मीटरों को हटाया गया है। कितने उपभोक्ताओं के परिसर से मीटर हटाए गए हैं तथा कितने मीटर निगम के स्टोर में जमा हुए। हटाए गए मीटरों में बैलेंस एडवांस का उपभोक्ता के खाते में क्रेडिट करने तथा बकाया मामलों के निस्तारण की क्या स्थिति है इसका ब्यौरा डिस्कॉम को उपलब्ध करवाया जाए लेकिन ब्यौरा उपलब्ध नहीं करवाया गया।
मीटर हटाने के लिए कोई तकनीकी ग्राउंड नही
डिस्कॉम की ओर से मार्च में टाटा पावर को लिखे गए पत्र के अनुसार बिना डिस्कॉम की अनुमति के प्री-पेड मीटर हटाए हैं। बिना किसी तकनीकी ग्राउंड के सिर्फ उपभोक्ता के मांग पर ही मीटरों को हटाकर कबाड़ में तब्दील कर दिया गया है। यह सरासर डिस्कॉम के नियमों तथा नीति के खिलाफ है। डिस्कॉम ने स्पष्ट किया है कि टाटा पावर केवल फे्रंचाइजी है।
उसे डिस्कॉम के नियम व नीतियों के उल्लंघन का अधिकार नहीं है। गौरतलब है कि पिछले साल राज्य सरकार के आदेश पर निगम ने सरकारी कार्यालयों स्कूलों, मोबाइल टावरों, पुलिस थानों तथा डाकघरों में प्री-पेड मीटर लगाए थे। इसका उद्देश्य बिजली की छीजत में कमी लाना, राजस्व की समय पर वसूली तथा बिजली चोरी की रोकथाम करना था।
प्री-पेड मीटर नहीं हटाए जाएंगे। टाटा पावर को हटाए गए मीटर दुबारा लगाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।-बी.एम.भामू, प्रबन्ध निदेशक अजमेर डिस्कॉम