पुलिस ने प्रकरण में नारीशाला अशोक विहार निवासी प्रीतमसिंह रावत, परबतपुरा निवासी हनुमन्त उर्फ रोशन रावत और विशाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को बापर्दा रखा है। पुलिस आरोपियों की शिनाख्त परेड कराएगी। गौरतलब है कि पीडि़ता ने बयान में भी सामूहिक बलात्कार के आरोपियों से पूर्व पहचान व नाम से पहचानने की बात से इनकार किया है। पुलिस को मामले में मुख्य आरोपी वरुण समेत पांच जनों की तलाश है।
पीडि़ता को लेकर आया वरुण
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि वरुण नामक युवक को पीडि़ता के दरगाह क्षेत्र की होटल में ठहरने की भनक लग गई। वह ऑटो रिक्शा लेकर होटल पहुंच गया। शहर घुमाने के नाम पर वह उसे अपने साथ ले आया। इसके बाद आरोपी उसको ब्यावर रोड स्थित रोशन के किराए के कमरे पर ले गया, जहां पहले से उसके पांच दोस्त शराब पी रहे थे। तबीयत बिगडऩे पर प्रीतम, रोशन व विशाल गुरुवार सुबह पीडि़ता को जेएलएन अस्पताल ले गए। पीडि़ता को होश आया उसके बयान पर अस्पताल प्रशासन ने तत्परता दिखाई। इसके चलते तीनों आरोपी अस्पताल से नहीं निकल सके। पुलिस ने प्रीतम, रोशन और विशाल को हिरासत में लिया था।
प्रीतम है टैक्सी चालक गिरफ्तार आरोपी प्रीतम पेशे से टैक्सी चालक है। हालांकि पुलिस मामले में भले पीडि़ता को होटल छोडऩे व होटल से ब्यावर रोड सुभाषनगर स्थित मकान पर ले जाने में कार चालक को क्लीनचिट दी है, लेकिन प्रकरण में लिप्तता संदेह के दायरे में है। बिना टैक्सी चालक की सूचना के वरुण अपने साथियों के साथ होटल कैसे पहुंचा? दूसरी कार का चालक भी वरुण के इशारे पर ही पीडि़ता को दरगाह की बजाए सुभाषनगर स्थित रोशन के किराए के कमरे पर लेकर पहुंचा। ऐसे में कार चालक की लिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।
…नहीं आई कोई चोट! पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल और मेडिकल रिपोर्ट में भी पीडि़ता के कोई बाहरी चोट नहीं है। पुलिस पीडि़ता से जुड़े सवालों की पड़ताल में जुटी है। आखिर वह सुभाष नगर कैसे पहुंची। प्रारंभिक पड़ताल में पुलिस को घटना के संबंध में विरोध जैसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
इनका कहना है… सामूहिक दुष्कर्म के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी समेत ५ की तलाश है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को बापर्दा रखा गया है। उनकी शिनाख्त परेड कराई जाएगी। पीडि़ता के अदालत में कलमबंद कराए हैं। पीडि़ता से जुड़े सवालों पर पुलिस अनुसंधान जारी है।
डॉ. प्रियंका, पुलिस उप अधीक्षक उत्तर