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अजमेर इज ऑफ लिविंग इंडेक्स में 12 वीं रैंक पर

locationअजमेरPublished: Mar 08, 2021 08:53:57 pm

Submitted by:

bhupendra singh

इज ऑफ लिविंग इंडेक्स एवं म्यूनिसपल परफ ॉर्मेंस इंडेक्स की रैकिंग जारी
 

अजमेर. ऑल इंडिया स्मार्ट सिटी smart city की इज ऑफ लिविंग इंडेक्स, म्यूनिसपल परफ ॉर्मेंस इंडेक्स की रैंकिंग गुरुवार को जारी हुई। 10 लाख से कम जनसंख्या के 62 शहरेां में से अजमेर ने इज ऑफ लिविंग इंडेक्स में 12 वीं रैंक एवं म्यूनिसपल परफ ॉर्मेंस इंडेक्स में 41 वीं रैंक प्राप्त की। इस सर्वेक्षण में 16 जनवरी 2020 से 20 फ रवरी 2020 के मध्य अजमेर के शहरवासी शामिल हुए थे। गुरूवार को भारत सरकार के शहरी विकास और आवास मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शहरों की रैंकिंग जारी की। जिसे दो कैटेगरी में विभाजित किया गया। पहले कैटेगरी में 10 लाख से अधिक जनसंख्या एवं दूसरी कैटेगरी में 10 से कम जनसंख्या वाले शहरों को शामिल किया गया। इस प्रतियोगिता में कुल 111 शहरों को सम्मिलित किया गया।वेबीनार का आयोजन सूचना केंद्र स्थित सभागार में ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में नगर निगम मेयर बृजलता हाड़ा और नगर निगम आयुक्त डॉ. खुशाल यादव सहित अन्य उपस्थित थे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मेयर बृजलता हाड़ा ने कहा कि उनकी प्राथमिकता टॉप-10 में शामिल होने की रहेगी। इसके लिए सार्थक प्रयास किए जाएंगे। निगम आयुक्त डॉ.खुशाल यादव ने बताया कि देश भर में 111 शहरों का सर्वे किया गया। सफ ाई एवं स्वच्छता में इंदौर अव्वल रहा। कार्यक्रम में पुस्तक की लॉचिंग की गई है जिसका अध्ययन किया जाएगा।
ताकत

इज ऑफ लिविंग इंडेक्स में 12 वीं रैंक मिली। अजमेर ने का स्कोर 54.89 अंक रहा। इज ऑफ लिविंग इंडेक्स में चार स्तंभ शामिल थे। संस्थागत, साामाजिक,आर्थिक और भौतिक जिसे आगे 15 श्रेणियों में यथा शासन,पहचान और संस्कृति शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, सुलभ आवास, भूमि उपयोग, सार्वजनिक खुली जगह,परिवहन, जल आपूर्ति,अपशिष्ट जल प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति और पर्यावरण की गुणवत्ता में बांटा गया। इज ऑफ लिविंग इंडेक्स शहरों के सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक है।
कमजोरी

लैंड यूज मास्टर प्लॉन नहीं होने, प्लॉन वायलेशन के मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं होना, सिंगल विंडो सिस्टम का प्रभावी नहीं होना, ग्रीन बिल्डिंग,अतिक्रमण की भरमार, बिल्डिंग से जुड़ी ऑन लाइन परमीशन जारी करने में ढिलाई, एनर्जी एफिसिएंशी , पार्किग, पार्क, साइकिल ट्रैक,फुटपाथ नहीं होने, सम्पर्क पोर्टल सहित अन्य मामलो के निस्तारण में ढिलाई, डाटा शेयर, ट्रैफिक मॉनेटरिंग में ढिलाई, वाईफाई, अरबन टेक्स वसूली में कमी, लोन लेने की क्षमता कम होने तथा मेयर का चुनाव आमजन के जरिए सीधे नहीं सहित अन्य कारण रहे जिससे अजमेर को म्यूनिसपल परफ ॉर्मेंस इंडेक्स में 41 रैंक हासिल हुई।
वैश्विक एवं राष्ट्रीय परिपेक्ष में आकलन में मिलती है मदद

इज ऑफ लिविंग इंडेक्स सर्वेक्षण भारत सरकार के शहरी एवं आवासीय मंत्रालय की एक परिवर्तनकारी पहल है। जिसके माध्यम से शहरों को उनके रहने की जगह का वैश्विक एवं राष्ट्रीय परिपेक्ष में आकलन करने में मदद मिलती है। इज ऑफ लिविंग इंडेक्स सभी शहरों को शहरी नियोजन और प्रबंधन के लिए परिणाम आधारित दृष्टिकोण की ओर बढऩे शहरों के बीच स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है। इज ऑफ लिविंग इंडेक्स शहरों को उनकी ताकत, कमजोरियों,अवसरों ओर चुनौतियों के बारे में समग्र आकलन करने में मदद करता है।
इनका कहना है

रैंकिग पहली बार जारी हुई है। इज ऑफ लिविंग में अजमेर ने बेहतर रैंक हासिल की है। म्यूनिसपल परफ ॉर्मेंस इंडेक्स को बेहतर किया जाएगा। इसके लिए निगम के बजट को भी बढ़ाने की आवश्यकता है।
डॉ. खुशाल यादव, कमिश्नर,नगर निगम तथा एसीईओ स्मार्ट सिटी अजमेर

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