गुरुवार को मतगणना शुरु होते ही भाजपा के प्रत्याशी ने बढ़त बनाना शुरु कर दी थी। डाक मत पत्रों में बढ़त के बाद ईवीएम खुलने के साथ ही भाजपा प्रत्याशी चौधरी की जीत का आंकड़ा लगातार बढ़ता चला गया। कांग्रेस प्रत्याशी किसी भी चक्र में इस बढ़त को कम करने में कामयाब नहीं हो पाए। संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले आठ विधानसभा सीट अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, पुष्कर, किशनगढ़, नसीराबाद, मसूदा, केकड़ी और दूदू में चक्रवार गणना में नतीजे लगातार भाजपा के पक्ष में चलते रहे। कांग्रेस सभी विधानसभा क्षेत्रों में लगातार पिछड़ती चली गई। दोपहर लगभग साढे बारह बजे तक भाजपा प्रत्याशी चौधरी ने तीन लाख से अधिक मतों की अजेय बढ़त हासिल कर ली थी। लगभग 12 बजे कांग्रेस प्रत्याशी रिजु झुनझुनवाला अपनी निश्चित हार को देखते हुए अपने समर्थकों सहित मतगणना स्थल से रवाना हो गए।
उप चुनाव में जीती थी कांग्रेस तत्कालीन सांसद और जल संसाधन राज्यमंत्री प्रो. सांवरलाल जाट की 2017 में का निधन हो गया था उनके निधन के बाद जनवरी 2018 में अजमेर संसदीय क्षेत्र के लिए उप चुनाव हुए। कांग्रेस की तरफ से डॉ. रघु शर्मा और भाजपा से जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा ने चुनाव लड़ा। डॉ. शर्मा ने 80 हजार से ज्यादा मतों से लांबा को शिकस्त देकर कांग्रेस को विजयी बनाया।
एक साल में पलट गया पासा
17 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त तरीके से वापसी की। महज एक साल बाद भाजपा ने कांग्रेस को पीछे धकेल कर वापस अजमेर संसदीय सीट पर अपना कब्जा जमाया। कांग्रेस के बड़े नेताओं के अजमेर संसदीय क्षेत्र से चुनाव नहीं लडऩे और बाहरी नए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने से यह स्थिति बनी।
17 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त तरीके से वापसी की। महज एक साल बाद भाजपा ने कांग्रेस को पीछे धकेल कर वापस अजमेर संसदीय सीट पर अपना कब्जा जमाया। कांग्रेस के बड़े नेताओं के अजमेर संसदीय क्षेत्र से चुनाव नहीं लडऩे और बाहरी नए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने से यह स्थिति बनी।