केस 1 मेयो कॉलेज लिंक रोड से नौ नम्बर पेट्रोल पंप तक गोवंश का जमावड़ा लगा रहता है। मवेशियों के बीच रोड पर बैठने से रात्रि में दिखाई नहीं देने के कारण दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। यहां से ब्यावर और कोटा जाने वाली रोडवेज बसों की आवाजाही होती है।
केस 2 वैशाली नगर रीजनल कॉलेज के सामने बीच रोड पर गोवंश का जमावड़ा लगा रहता है। डिवाइडर पर लगाए गए आकर्षक गमलों में लगाए गए पौधे भी मवेशी चट कर चुके हैं। डिवाइडर से कूदकर रोड के दूसरी ओर आ जाने से वाहन चालक हड़बड़ा जाते है। इससे कई बार दुर्घटना हो चुकी है।
केस 3 पुष्कर रोड पेट्रोल पंप के सामने कचरे के ढेर लगे हुए है। उसमें भी गोवंश का जमावड़ा लगा रहता है। एसटीपी के पास ही पानी भरा रहने के कारण उसमें भी मवेशी बैठे रहते हैं, रात्रि के समय यह सडक़ पर आ जाते हैं। पुष्कर जाने का मुख्य मार्ग होने के कारण रात-दिन वाहनों की आवाजाही बनी रहती है।
केस-4
अजमेर-किशनगढ़ राजमार्ग पर भी जगह-जगह मवेशियों के झूंड सडक़ पर विचरण करते नजर आ जाएंगे। खास बात यह कि राजमार्ग पर डिवाइडर पर लगे झाड़ के बीच से कब उतर कर मुख्य मार्ग पर आए जाएं इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। हालात यह है कि राजमार्ग पर तेज दौड़ते वाहन अक्सर मवेशियों के बचाने के फेर में दुर्घटनाग्रस्त होते है।