दूरभाष पर एसडीओ ने अतिक्रमण हटवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया। ग्रामीणों ने बताया कि प्रभावशाली लोगों ने चरागाह व सिवायचक पर अतिक्रमण कर लिया। जबकि यहां मवेशियों को चराने के अलावा मृत पशु को भी डाला जाता है। गांव में गुरुवार रात भी एक पशु की मौत हो गई।
ग्रामीण उसे सिवायचक भूमि पर डालने गए थे, लेकिन अतिक्रमियों ने इसका विरोध किया और मृत गाय को डालने नहीं दिया। इससे परेशान ग्रामीण शुक्रवार को बस स्टैण्ड पर एकत्र हो गए। जहां जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदर्शन कर रहे शंकर, नन्दलाल, सत्यनारायण, हरिराम, छीतर लक्षकार, गंगाराम मीणा, कान्हा आदि ने बताया कि मवेशियों को चराने के लिए भी स्थान नहीं बचा है। आबादी क्षेत्र से सटी भूमियों पर भी अतिक्रमण किए जाने से मृत मवेशियों को डालने के लिए जगह नहीं बची है।
इधर, एसडीओ ने नायब तहसीलदार को अतिक्रमण को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं।