पाक उच्च आयोग ने भारतीय सुरक्षा एजेंसी को मार्च 2018 में अजमेर के जयसिंह नामक युवक के पाक जेल में बंद होने की सूचना दी। गृह मंत्रालय से मिली सूचना पर हालांकि पहले जिला पुलिस ने फोरी पड़ताल के बाद रिपोर्ट भेज दी।
पत्रिका के 7 जून के अंक में प्रथम पृष्ठ पर ‘तो क्या…पाकिस्तान से कभी नहीं लौट पाएगा अजमेर का जयसिंह? खबर प्रकाशित होने के बाद जिला पुलिस व खुफिया एजेंसी ने पाक जेल में बंद अजमेर के जयसिंह के परिवार की नए सिरे से तलाश शुरू की मगर दो महीने बाद भी पुलिस की तलाश पूरी नहीं हो सकी।
यह थी सूचना जिला विशेष शाखा के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गृह विभाग से अजमेर में बारां कोटा बाबरी मस्जिद का पता बताया है। पड़ताल में अजमेर में बाबरी मस्जिद नाम से कोई मस्जिद नहीं है। न ही जयसिंह नामक कोई व्यक्ति पुलिस रिकॉर्ड में लापता है।
कैसे मिलेगा हमारे बेटे को न्याय….. शहर के नामचीन कॉलेज(स्कूल) में छात्र से यौनशोषण प्रकरण तूल पकड़ लिया है। शिक्षण संस्थान के आंतरिक जांच कमेटी के बयान दर्ज करने और उन्हें जलाने के बाद मंगलवार को पीडि़त परिवार अनुसंधान अधिकारी गजेन्द्रसिंह के समक्ष पेश हुआ। उन्होंने आरोपित छात्रों के निलम्बित करने की मांग की। ताकि प्रकरण में पुलिस अनुसंधान में कोई बाधा न आए। उन्होंने पुलिस अनुसंधान पर विश्वास जताया।
पीडि़त छात्र के दादा ने बताया कि सोमवार को हुए घटनाक्रम के संबंध में अनुसंधान अधिकारी से मिलने पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि शिक्षण संस्थान के बुलावे पर सोमवार को अजमेर आए। उनको आंतरिक कमेटी गठित करने व पीडि़त छात्र के बयान दर्ज करने की बात कही। बयान अकेले में दर्ज किए गए। पीडि़त ने जो बयान दिए उसको हेरफेर कर लिखा गया।