रस्म के दौरान खादिमों ने मजार शरीफ पर गुलाबजल और केवड़े से गुस्ल दिया, इत्र, चंदन आदि पेश किए। जायरीन ने दरगाह के विभिन्न स्थानों की धुलाई भी की। रस्म के दौरान कई जायरीन कुल के छींटों में नहाए भी और पानी को बोतलों में भर कर साथ ले गए। बड़े कुल की रस्म के साथ ही ख्वाजा साहब का उर्स विधिवत रूप से सम्पन्न हो गया।
वहीं जुमे की नमाज में गजब का जुनून देखने को मिला। दरगाह परिसर नमाजियों से खचाखच भरने के बाद दरगाह के बाहर सड़कों पर नमाजी बैठने लगे। देखते ही देखते दरगाह बाजार, नला बाजार, लंगरखाना गली, धानमंडी, देहली गेट तक नमाजियों की लम्बी लाइन लग गई। दरगाह के आस-पास विभिन्न गलियों में और मकानों की छतों पर जायरीन ने नमाज पढ़ी। सभी ने मुल्क में अमन-चैन और खुशहाली की दुआ की।
Ajmer Sharif Urs 2022: खुद बनाई चादर पेश करते हैं अकीदतमंद
दरगाह में रोज पकता है 7200 किलो प्रसाद, फिर भी कढ़ाह नहीं होती गरम
यूं सजती है महफिल, चांदी के झाड़ में लगाते हैं मोमबत्तियां
यहां खत लिखकर बताते दर्द, मुराद पूरी होते ही खोलते धागा…
दरगाह में रोज पकता है 7200 किलो प्रसाद, फिर भी कढ़ाह नहीं होती गरम
यूं सजती है महफिल, चांदी के झाड़ में लगाते हैं मोमबत्तियां
यहां खत लिखकर बताते दर्द, मुराद पूरी होते ही खोलते धागा…