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AJMER URS 2021:सीएम गहलोत आएंगे दरगाह, पेश करेंगे सोनिया गांधी की चादर

locationअजमेरPublished: Feb 18, 2021 08:56:51 am

Submitted by:

raktim tiwari

हिंदुस्तान की सरजमीं को हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती जैसे महान औलियाओं ने खुदाई खिदमत और रूहानी तालीमात से फैजयाब किया है।

ajmer urs 2021

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अजमेर.

ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 809 वें उर्स में गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अजमेर आएंगे। गहलोत दोपह 3.30 बजे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की चादर पेश करेंगे। उनके साथ पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य नेता भी साथ होंगे।
गहलोत सुबह 11 बजे बेंगलूरू से विशेष विमान से उड़ान भरेंगे। वे किशनगढ़ एयरपोर्ट पर उतरेंगे। उसके बाद दोपहर 2 बजे अजमेर पहुंच जाएंगे। यहां सर्किट हाउस से वे दोपहर 3.30 बजे ख्वाजा साहब की मजार शरीफ पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की चादर पेश करेंगे।
गहलोत की चादर पेश
वक्फ बोर्ड के चेयरमेन खानू खां बुधवाली ने दरगाह में जायरीन की भीड़ के बीच मजार शरीफ पर सीएम गहलोत की चादर पेश की। पुलिस की चाक-चौबंद सुरक्षा इंतजाम के बीच वे चादर लेकर आए। इस दौरान निजाम गेट से आस्ताना शरीफ तक आरएसी और पुलिस के जवानों ने विशेष सुरक्षा घेरा बनाए रखा। जायरीन की भीड़ के बीच बुधवाली चादर लेकर मजार शरीफ तक पहुंचे। खादिम यासिर गुर्देजी ने चादर पेश की। जबकि अंजुमन सचिव वाहिद हुसैन अंगारा ने जियारत कराई। इस दौरान रामगढ़ विधायक सूफिया जुबेर, पीसीसी के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष आबिद कागजी, पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष नसीम अख्तर इंसाफ, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व महापौर कमल बाकोलिया और अन्य मौजूद रहे।
कायम रहे भाईचारा और सद्भाव
बुधवाली ने दरगाह के निकट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भेजा संदेश पढ़ा। इसमें गहलोत ने कहा कि हिंदुस्तान की सरजमीं को हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती जैसे महान औलियाओं ने खुदाई खिदमत और रूहानी तालीमात से फैजयाब किया है। गरीब नवाज ने कमजोर, गरीब और बेसहारा लोगों की खिदमत करने, एकदूसरे से भाईचारा, सद्भाव कायम रखने और मुल्क की बेहबूदी और खुदा की इबादत पर जोर दिया है। आज के दौर मे मजहब के नाम पर समाज को कमजोर करने की कोशिशें की जा रही हैं। तब गरीब नवाज का कौती एकता का पैगाम ज्यादा प्रासंगिक हो जाता है। उनके आस्ताने पर न सिर्फ हिंदुस्तान बल्कि दुनिया भर के जायरीन अकीदत के साथ मन्नत लेकर हाजिर होते हैं
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