मृतक श्रवणराम का शव पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने परिजनों को तो सौंप दिया पर परिजन शव को लेकर पांचौड़ी पुलिस थाने के सामने पहुंच गए और नागौर-फलौदी मार्ग पर जाम लगा दिया। उन्होंने हैड कांस्टेबल को दोषी बताते हुए हटाने की मांग की। इस दौरान पुलिस ने जाम हटाने को कहा पर लोग उलझ गए। पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को एक बारगी खदेड़ तो दिया पर बाद में भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए हवाई फायर भी किए। पथराव से पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए।
आन्दोलनकारियों ने एम्बुलेंस व पुलिस थाने की जीप को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिसकर्मियों के हेलमेट भी तोड़ दिए। बाद में खींवसर पुलिस सहित अतिरिक्त पुलिस जाप्ता बुलाकर भीड़ को तितर बितर किया गया। उपद्रव में सिपाही सोहनराम, हुक्माराम, रामनिवास, धरमी मीणा व सुखदेव घायल हो गए। इनमें हुक्माराम के अधिक चोटें आई। घायल सिपाहियों का पांचौड़ी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर मेडिकल करवाया गया।
यह था मामला पांचौड़ी थाना क्षेत्र के नाहरसिंहपुरा मार्ग पर एक ट्रेक्टर की चपेट में आने से मोटरसाइकिल चालक श्रवणरामकी मौत हो गई थी। उसके साथ सवार भोमाराम घायल हो गया था। जिसे प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रैफर किया गया है। ग्रामीणों ने रविवार को थाने का घेराव कर आरोपियों की गिरतारी की मांग की है। जिस पर पुलिस ने आरोपियों को नामजद कर दिया था। ग्रामीण एवं परिजन शांत हो गए। बुधवार को इलाज के दौरान भोमाराम की मौत हो गई। जिससे मामला भडक़ गया।