सोशल मीडिया पर हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी के वक्त का वीडियो वायरल होने को पुलिस के आला अधिकारियों ने गम्भीरता से लिया। प्रकरण में त्वरित कार्रवाई करते हुए वृत्ताधिकारी दरगाह संदीप सारस्वत को एपीओ कर दिया।
इनका कहना है आरोपी आदतन अपराधी व नशेड़ी प्रवृति का है। वह खुद को भी नुकसान पहुंचा सकता था। उसकी गिरफ्तारी के वक्त परिजन व बड़ी संख्या में लोग जुट गए थे। उसको थाने तक सुरक्षित लाना ही हमदर्दी का मकसद था। उसको लाभ पहुंचाने की कोई मंशा नहीं थी।संदीप सारस्वत, पुलिस उप अधीक्षक
अनुसंधान पूरा कर दिलाई जाएगी कड़ी सजा
पुलिस ने वायरल वीडियो के सम्बंध में कहा- यह सब कुछ रणनीति के तहत अजमेर। जिला पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती की गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने को लेकर कहा है कि नूपुर शर्मा के खिलाफ आए बयान के बाद आरोपी के खिलाफ कड़ी धाराओं में प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू किया। शहर के थानाधिकारी, डीएसटी को टास्क देकर आरोपी को 24 घंटे के भीतर उच्चाधिकारी की मौजूदगी में पकड़ा। आरोपी आदतन अपराधी होने के साथ नशे का आदी है। उसे थाने तक पैदल लाते समय रणनीति के तहत ये बोला कि “नशे में था…ताकि बचाव हो सके”। उस समय आरोपी को कोई बात कहना किसी पुलिसकर्मी का वर्जन नहीं है। उसे पूछताछ के तुरन्त बाद गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी को छिपाया नहीं गया।
पुलिस ने वायरल वीडियो के सम्बंध में कहा- यह सब कुछ रणनीति के तहत अजमेर। जिला पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती की गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने को लेकर कहा है कि नूपुर शर्मा के खिलाफ आए बयान के बाद आरोपी के खिलाफ कड़ी धाराओं में प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू किया। शहर के थानाधिकारी, डीएसटी को टास्क देकर आरोपी को 24 घंटे के भीतर उच्चाधिकारी की मौजूदगी में पकड़ा। आरोपी आदतन अपराधी होने के साथ नशे का आदी है। उसे थाने तक पैदल लाते समय रणनीति के तहत ये बोला कि “नशे में था…ताकि बचाव हो सके”। उस समय आरोपी को कोई बात कहना किसी पुलिसकर्मी का वर्जन नहीं है। उसे पूछताछ के तुरन्त बाद गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी को छिपाया नहीं गया।
आदतन नशेड़ी है आरोपी परिजन ने गिरफ्तारी के समय आरोपी का मानसिक स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड बताया। उसको देखते हुए ही उसको इस प्रकार लाया गया। आरोपी स्वयं को नुकसान पहुंचाने का आदी है। उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने एवं उसे अनुसंधान के लिए सुरक्षित लाना अतिआवश्यक था। विधिअनुसार समस्त प्रक्रिया को अपनाते हुए कार्रवाई अमल में लाई गई है।
पुलिस विभाग का वर्जन नहीं वीडियो किस व्यक्ति ने बनाया है। इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती। यह पुलिस विभाग का वर्जन नहीं है और ना ही वीडियो में आई आवाज किसकी है, यह स्पष्ट कहा जा सकता है। वहां भारी संख्या में लोग मौजूद थे। आरोपी को रियायत ना दी जाकर त्वरित गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई। उसे न्याय पालिका से कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।