नगर निगम का सेदरिया में ट्रेचिंग ग्राउन्ड बना हुआ है। यहां अचानक आग लग गई। आग का धुआं उठता देखकर फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। वातावरण में धुआं घुलने से रोड पर ट्रेफिक रोकना पड़ा। आजाद पार्क स्थित अग्निशमन कार्यालय से करीब दो-तीन दमकल मौके पर पहुंची। तब आग काबू में आई।
एकत्रित होता है 250 टन कचरा
शहर में करीब 250 टन कचरा एकत्रित होता है। इसे नगर निगम ट्रकों-ट्रेक्टरों से सेदरिया ट्रेंचिंग ग्राउन्ड भेजता है। यह व्यवस्था करीब 15 साल से जारी है। सेदरिया ट्रेंचिंग ग्राउन्ड पर कई टन कचरा पड़ा है। यहां रोड से निकलते वक्त बदबू फैली रहती है। यहां फीट लेगेसी वेस्ट (पुराना और अनुपयोगी) भी कई टन में पड़ा है।
शहर में करीब 250 टन कचरा एकत्रित होता है। इसे नगर निगम ट्रकों-ट्रेक्टरों से सेदरिया ट्रेंचिंग ग्राउन्ड भेजता है। यह व्यवस्था करीब 15 साल से जारी है। सेदरिया ट्रेंचिंग ग्राउन्ड पर कई टन कचरा पड़ा है। यहां रोड से निकलते वक्त बदबू फैली रहती है। यहां फीट लेगेसी वेस्ट (पुराना और अनुपयोगी) भी कई टन में पड़ा है।
लगनी है ट्रोमल मशीन
सेदरिया ट्रेंचिंग ग्राउन्ड पर पड़े करीब 3 लाख टन पुराने और अनुपयोगी कचरे को साफ करने के लिए ट्रोमल मशीन लगाई जानी है। इसके तहत अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कचरे का सर्वेक्षण किया जाएगा। कचरे को अलग-अलग करने के लिए ट्रोमल मशीन लगेगी। कचरे में प्लास्टिक की थैलियां-गिलास, कांच, कागज-पन्नी, ज्वलनशील वस्तुओं को अलग किया जाएगा। इसके अलावा मिट्टी-पत्थर-कंक्रीट को भी अलग किया जाएगा। इस अनुपयोगी कचरे-प्लास्टिक से ईंधन बनाया जाएगा।
सेदरिया ट्रेंचिंग ग्राउन्ड पर पड़े करीब 3 लाख टन पुराने और अनुपयोगी कचरे को साफ करने के लिए ट्रोमल मशीन लगाई जानी है। इसके तहत अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कचरे का सर्वेक्षण किया जाएगा। कचरे को अलग-अलग करने के लिए ट्रोमल मशीन लगेगी। कचरे में प्लास्टिक की थैलियां-गिलास, कांच, कागज-पन्नी, ज्वलनशील वस्तुओं को अलग किया जाएगा। इसके अलावा मिट्टी-पत्थर-कंक्रीट को भी अलग किया जाएगा। इस अनुपयोगी कचरे-प्लास्टिक से ईंधन बनाया जाएगा।
लाखों युवाओं को है आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती का इंतजार रक्तिम तिवारी/अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग को आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा की अभ्यर्थना का इंतजार है। 2018 के बाद आयोग को नई अभ्यर्थना नहीं मिली है। कार्मिक विभाग दो साल में विभागवार रिक्त पदों के परीक्षण में जुटा है। आयोग ने भी सरकार और कार्मिक विभाग को पत्र भेजकर अभ्यर्थना भेजने का आग्रह किया है।
आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाओं की भर्ती के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग भर्ती परीक्षा कराता है। नियमानुसार कार्मिक विभाग विभागवार रिक्त पदों का परीक्षण कर आयोग को अभ्यर्थना भेजता है। कार्मिक विभाग ने आयोग को आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा-2018 में 1051 पदों की अभ्यर्थना भेजी थी। इसमें 1017 पद शामिल थे। बाद में एमबीसी के 34 पद बढऩे पर कुल पद 1051 हो गए। इसके बाद दो साल से आयोग को नई अभ्यर्थना नहीं भेजी गई है।