ajmer by election : बोले अरुण चतुर्वेदी-कांग्रेस कुछ भी कहे, भाजपा को मिलेंगे ब्राह्मणों के वोट
ब्राह्मण हमेशा भाजपा के साथ रहे हैं । इन चुनावों में अन्य जातियों के साथ ब्राह्मणों के वोट भी मिलेंगे।

युगलेश शर्मा/अजमेर।
कांग्रेस ने भले ही ब्राह्मण प्रत्याशी खड़ा किया हो लेकिन ब्राह्मण हमेशा भाजपा के साथ रहे हैं और इन चुनावों में भाजपा को अन्य जातियों के साथ ब्राह्मणों के वोट भी मिलेंगे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री व लोकसभा उपचुनाव में अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी अरुण चतुर्वेदी ने यह दावा किया है। उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
सवाल - कांग्रेस से ब्राह्मण प्रत्याशी है, क्या डेमेज कंट्रोल के लिए आपको यह जिम्मेदारी दी गई है कि ब्राह्मण मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में एकजुट किया जाए?
जवाब - हम जाति और प्रत्याशी के आधार पर चुनाव नहीं लड़ रहे। प्रत्याशी कौन है, यह महत्वपूर्ण नहीं है। सरकार के काम-काज के आधार पर हमें वोट मिलेंगे। मुझे केवल ब्राह्मण के लिए नहीं बल्कि पार्टी के नाते कार्यकर्ताओं को एक मत करने सहित अन्य जिम्मेदारियां दी गई है।
सवाल - सरकार खुद जातियों से संवाद कर रही हैं, कितना उचित है? जवाब - हम जातियों का राजनीतिकरण नहीं बल्कि जातियों का भाजपायीकरण करने के लिए काम कर रहे हैं। संवाद के माध्यम से हम सभी समाज व वर्गों में सरकार के काम, विचार और नीतियां पहुंचाना चाहते हैं।
सवाल - कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा जातिवाद का जहर घोल रही है?
जवाब - परिवारवाद का सबसे बड़ा उदाहरण ही कांग्रेस है। कांग्रेस आजादी के बाद से अब तक खुद जाति की राजनीति करती रही है। हाल ही के गुजरात चुनाव इसका स्पष्ट उदाहरण है। वहां जातिगत चेहरों का आगे किया गया। यहां भी जातियों के आधार पर चुनाव को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस विकास में नहीं बल्कि समाजों के विघटन में विश्वास रखती है।
सवाल - भाजपा को भी कुछ जातियों से यह कहलवाना पड़ रहा है कि हम आपके साथ हैं?
जवाब - यह तो वे कांग्रेसी कर रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी खुद जातियों के पास जाकर कह रहे हैं कि हमें समर्थन की घोषणा करें।
सवाल - कहा जा रहा है कि राजपूत समाज इस बार भाजपा के साथ नहीं है?
जवाब - राजपूत समाज बहुत विवेकपूर्ण समाज है और सदैव इस समाज ने देश व समाज की चिंता करते हुए निर्णय किए हैं। मेरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णयों को देखते हुए निश्चित रूप से राजपूत समाज हमारे साथ है।
सवाल -रघु शर्मा आपके भी अच्छे दोस्त रहे हैं, क्या राजनीतिक सलाह देंगे?
जवाब- अभी हम धर्म (कत्र्तव्य) के मोर्चे पर खड़े हैं। यहां व्यक्तिगत संबंध नहीं देखे जा सकते। यह भी महाभारत की तरह ही धर्म युद्ध है। इसमें हम चाहते हैं भ्रष्टाचार का खात्मा हो और भाजपा ही जीते।(बॉक्स) ब्राह्मणों का पूरा सम्मानअजमेर उत्तर के विधायक और शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी से कुछ ब्राह्मणों की नाराजगी को लेकर चतुर्वेदी ने कहा कि उनके मन में ऐसा कुछ नहीं था। इसके लिए उन्होंने (देवनानी) हाल ही यह कहा भी है कि अगर मेरे वक्तव्य से किसी को ठेस पहुंची हो तो खेद प्रकट करता हूं। चतुर्वेदी बोले कि जाने-अन्जाने में अगर किसी से कोई गलती हुई भी हो और वह खेद प्रकट करता है तो उसे माफ करना ही चाहिए।
आरएसएस नहीं करता राजनीति
चुनावों में इस बार आरएसएस की भूमिका को लेकर किए गए सवाल के जवाब में चतुर्वेदी ने कहा कि संघ एक सामाजिक संगठन है। संघ ने अपने स्थापनाकाल में ही यह स्पष्ट कर दिया कि वह राजनीति में काम नहीं करेगा। वह राष्ट्र और समाज के प्रति अपनी भूमिका का निवर्हन करता आया है और करता रहेगा।
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