अजमेर लोकसभा उपचुनाव के तहत शनिवार भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में चतुर्वेदी ने कहा कि अच्छा होता कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री व प्रदेशाध्यक्ष
सचिन पायलट पहले आंकड़े जुटाते और आरोप लगाते कि पेंशन और नरेगा काम बंद हो गए। वर्ष 2013 में कांग्रेस ने वृद्धावस्था सहित अन्य पेंशन शुरू की लेकिन बजट का प्रावधान नहीं किया। मात्र 31 लाख लोगों को पेंशन का लाभ मिल रहा था, इनमें भी कइयों की पेंशन जमा नहीं होती थी। भाजपा सरकार बनने के आज 64 लाख लोगों को पेंशन मिल रही है।
वहीं मनीऑर्डर व पोस्टल ऑर्डर के लिए कमीशन पर खर्च हो रहे 125 करोड़ रुपए की सरकारी बचत करते हुए पेंशन ऑनलाइन सीधे खाते में जमा करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मनरेगा में देश में राजस्थान चौथे स्थान पर है, इसके लिए राजस्थान को पुरस्कार भी मिला। 18012 लाख कार्य दिवस 13.4 लाख श्रमिक कार्यरत हैं, 4100 करोड़ रुपए राज्य सरकार ने मनरेगा श्रमिकों को भुगतान किया है।
कांग्रेस अपनी हार को देख बिना तथ्यों व झूठे वादे-नारे तलाशने का प्रयास कर रही है। अगर सच्चाई है तो किसी भी प्लेटफार्म पर आ जाए। पिछले 55 साल में कांग्रेस ने विकास कार्य नहीं सिर्प जातिवाद की राजनीति की। आचार संहिता के आरोप पर चतुर्वेदी ने कहा कि कोई भी चुनाव हो एक साथ से दूसरे स्थान पर चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए कार्यकर्ता जाते हैं, मंत्री भी भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता हैं।
वे मंत्री के रूप में नहीं, कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। कांग्रेस सिर्फ अपनी खीज मिटाने के लिए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगा रही है, जिसमें सच्चाई नहीं है।
अपनी जमीन नहीं, खेत की बात कर रहे कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से पायलट पर मुख्यमंत्री पद को लेकर उटाए सवाल पर चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता अभी तो अपनी जमीन ही नहीं है और खेत की बोत कर रहे हैं। पहले अपनी जमीन तो तैयार करे। प्रदेश की जनता भाजपा को चुनेगी, और कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की लड़ाई शुरू हो गई है।