पिछले 3 वर्ष से अपना घर आश्रम भरतपुर में इनका इलाज चल रहा था। पिछले 4 महीने से बाड़ी में इनको लाया गया। तब से उपचार और इलाज सेवा के बाद उन्होंने अपना परिचय बताया। कानपुर पुलिस से पिछले 4 महीने से लगातार संपर्क किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
विक्षिप्त, असहाय, आश्रयहीन, पीडि़त मानव सेवा में कार्यरत अपना घर आश्रम बाड़ी द्वारा एक मानसिक रूप बीमार व्यक्ति मनीष आर्य को परिजनों से मिलाया है।