दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं अगले वर्ष मार्च अथवा अप्रेल में प्रारंभ होंगी। बोर्ड से सम्बद्ध सभी स्कूल को इसमें सहयोग देना होगा। नियम 13, उपनियम ४ के अनुसार सभी स्कूल को परीक्षाओं के दौरान आवश्यक फर्नीचर और संसाधन जुटाने होंगे। कोरोना संक्रमण के चलते बोर्ड को कॉपियों के मूल्यांकन में सतर्कता और सुरक्षा उपाय अपनाने जरूरी होंगे।
इस साल आई थी दिक्कतें साल 20-20 में आयोजित दसवीं-बारहवीं की परीक्षाओं में कोरोना संक्रमण ने जबरदस्त परेशान किया। लॉकडाउन और संक्रमण के चलते बोर्ड को परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ीं। दसवीं-बारहवीं की कॉपियां मई तक पड़ी रहीं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सुरक्षा प्रबंध के निर्देशों के बाद इनकी जांच कराई गई। बोर्ड २०२१ की परीक्षाओं में सुरक्षा मानक अपनाते हुए कॉपियों की जांच कराएगा।
टाइम टेबल की तैयारी सीबीएसई दसवीं और बारहवीं परीक्षा के टाइम टेबल और प्रायोगिक परीक्षा की तैयारी में जुट गया है। टाइम टेबल दिसम्बर अंत या जनवरी में जारी होगा। बोर्ड विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा कराएगा। मार्च अथवा अप्रेल में सालाना परीक्षाएं प्रारंभ होगी। सीबीएसई के अजमेर, पुणे, भोपाल, दिल्ली, पंचकुला, गुवाहाटी, प्रयागराज, देहरादून, पटना, भुवनेश्वर, चेन्नई, तिरुवंतपुरम और अन्य रीजन में दसवीं और बारहवीं के करीब ३२ लाख नियमित और स्वयंपाठी विद्यार्थी २०२०-२१ की परीक्षा देंगे।
इन व्यवस्थाओं-निर्देशों पर नजर -परीक्षा पोर्टल पर नवीं से बारहवीं कक्षा के सभी शिक्षकों का पंजीयन। -कॉपी मूल्यांकन के लिए शिक्षकों को रहना होगा तैयार।-केंद्रीयकृत मूल्यांकन की स्थिति में शिक्षकों को तत्काल रिलीव करना।
-संबंधित शिक्षकों की स्कूल कार्यों में अन्यत्र नहीं लगेगी ड्यूटी।-केंद्रों/स्कूल में मास्क, सेनेटाइजर, साबुन अथवा अन्य इंतजाम।