हुआ यूं कि गौशाला स्थित एक निजी स्कूल के समीप एक चाट-पकोड़ी की दुकान बुधवार शाम को खुली हुई थी, यहां लोगों की भीड़ की सूचना पर प्रशासन का निगरानी दल पटवारी ऋषि कटारा के नेतृत्व में पहुुंच गया। इस दौरान निगरानी दल के सदस्यों ने दुकानदार से चालान काटने की बात कही, दुकान पर मौजूद चार-पांच जने दुकान से बाहर आए और लाठी-डंडों से निगरानी दल पर हमला कर दिया। घटना में निगरानी दल के सदस्य चोटिल हो गए। इसके बाद आरोपी निगरानी दल पर पथराव करते रहे, हमला बढ़ा देकर दल दूर जाकर खड़ा हो गया।
सूचना मिलने पर समीपवर्ती ओडेला चौकी प्रभारी अशोक सिकरवार मय पुलिस जाप्ते के मौके पर पहुंच गए। निगरानी दल के सदस्यों ने पुलिस को घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। इसके बाद पुलिस टीम बिना कार्रवाई के वापस लौट गई। पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं होने के बाद निगरानी दल मौके पर काफी समय तक पुलिस के इंतजार में खड़ा रहा।
किसका था फोन…जिस पर वापस लौटे पुलिस घटनाक्रम को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। निगरानी दल पर हमले की सूचना पर मौके पर पहुंचे ओडेला चौकी प्रभारी अशोक सिकरवार पहुंचे और हमलावरों के घर का दरवाजा खटखटा रहे थे, तभी उनके मोबाइल पर एक फोन आया, जिसके बाद वे बिना किसी से कुछ कहे ही वापस लौट गए। मामले में सवाल यह खड़ा हो गया है कि आखिर यह फोन किसका था, जिसके इशारे पर पुलिस बिना कार्रवाई के मौके से वापस लौट गई।
इनका कहना…
एडीएम व तहसीलदार को मामले की जानकारी के लिए थाने पर भेजा गया है। घटनाक्रम के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। राकेश कुमार जायसवाल, जिला कलक्टर, धौलपुर