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राष्ट्रीय लोक अदालत में 1480 प्रकरण निस्तारित 23 करोड़ से अधिक की अवार्ड राशि जारी

locationअजमेरPublished: Jul 11, 2021 02:27:30 pm

Submitted by:

bhupendra singh

राष्ट्रीय लोक अदालत में 11 हजार 448 प्रकरण रखे गये

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अजमेर. राष्ट्रीय लोक अदालत के अंतर्गत शनिवार को जिले में 1480 प्रकरण निस्तारित कर 23 करोड़ से अधिक की राशि के माध्यम से पक्षकारों को राहत प्रदान की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रामपाल जाट ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ पौधारोपण के साथ किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों का निस्तारण आपसी राजीनामे एवं लोक अदालत की भावना से किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में 11 हजार 448 प्रकरण रखे गये। इनमें 7203 प्रकरण न्यायालयों में लंबित तथा 4245 प्रकरण प्रिलिटिगेशन के थे। लोक अदालत में 1480 प्रकरण निस्तारित हुए। पक्षकारों को 23 करोड़ 59 लाख 48 हजार 484 रुपए की अवार्ड राशि जारी की गई। इनमें से 101 प्रकरण प्रि.लिटिगेशन के निस्तारित हुए। इनकी अवार्ड राशि 1 करोड़ 13 लाख 88 हजार 496 रुपए थी। न्यायालयों में लम्बित 7203 प्रकरण निस्तारित हुए। इनमें 22 करोड़ 45 लाख 59 हजार 988 रुपए की अवार्ड राशि दी गई।एमएसीटी कोर्ट में अब तक की सर्वाधिक अवार्ड राशि पारित मोटर वाहन दुर्घटना दावा अधिकरण एमएसीटी में मोटर वाहन दुर्घटना से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई न्यायाधीश राजेश गुप्ता द्वारा की गई। एमएसीटी कोर्ट की स्थापना से अबतक आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालतों के द्वारा जारी अवार्र्डों में राष्ट्रीय लोक अदालत 2021 के दौरान जारी अवार्ड राशि अब तक की सर्वाधिक राशि है। इससे पूर्व आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालतों में इतनी बड़ी मात्रा में अवार्ड राशि पारित नहीं की गई थी। लोक अदालत में 145 प्रकरण रखे गए। इनमें से 64 प्रकरणों का निस्तारण लोक अदालत की भावना एवं आपसी समझाईश के माध्यम से किया गया। इन प्रकरणों में 4 करोड़ 52 लाख 32 हजार 531 रूपए की राशि के रिकॉर्ड अवार्ड राशि जारी की गई। इस कार्य में कोर्ट रीडर महेंद्र प्रजापत एवं स्टेनो विनोद कुमार का सराहनीय सहयोग रहा। लोक अदालत के द्वारा निस्तारित प्रकरणों में पदम कंवर को 47 लाख 31 हजार तथा अंजू को 39 लाख की राशि जारी हुई। पदम कंवर का पक्ष अनिल टाडा एवं अंजू का पक्ष राकेश धाबाई ने लोक अदालत में रखा।
इन मामलों की हुई सुनवाई

सचिव रामपाल जाट ने बताया कि निस्तारित प्रकरणों में धारा 138, परक्राम्य विलेख अधिनियम, बैंक रिकवरी मामले, एमएसीटी मामले, पारिवारिक विवाद, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, बिजली व पानी के बिल,चोरी के अलावा,मजदूरी, भत्ते और पेंशन भत्तों से संबंधित सेवा मामले, राजस्व मामले, अन्य सिविल मामले ,किरायाए सुखाधिकार, निषेधाज्ञा दावे एवं विनिर्दिष्ट पालना दावे के मामले शामिल थे। वर्ष 2021 की प्रथम आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 40 बैंचों का गठन किया गया। इनमें अध्यक्षए न्यायिक अधिकारीगण व सदस्य पैनल अधिवक्ता शामिल किए गए। मुख्यालय पर 29, ब्यावर तालुका में 3, केकडी तालुका में 2, किशनगढ तालुका में 2, नसीराबाद तालुका में 2, पुष्कर तालुका में एक तथा सरवाड़ तालुका में एक बैंच का गठन किया गया। पारिवारिक, धन वसूली एवं बिजली चोरी के शमनीय प्रकरणों की सुनवाई अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या एक कौशल सिंह द्वारा की गई। वाणिज्यिक न्यायालय के प्रकरण,श्रमिकों एवं कर्मचारियों से संबंधित प्रकरणों में समझाईश कार्य रमाकान्त शर्मा,न्यायाधीश श्रम न्यायालय अजमेर द्वारा किया गया। अपील किराया अधिकरण अजमेर अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या 3 अजमेर, महिला उत्पीडन एडीजे संख्या 4, एडीजे कैंप कोर्ट के प्रकरणों की समझाईश गोविंद अग्रवाल न्यायाधीश अपील किराया अधिकरण द्वारा किया गया। पीसीपीएनडीटी एवं सीजेएम कोर्ट के प्रकरणों में समझाईश कार्य नवीन मीणा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा किया गया। किराया अधिकरण, एसीजेएम 1, 2 एवं 3 तथा रेलवे के प्रकरणों में समझाईश कार्य शालिनी गोयल एसीजेएम 2 अजमेर की बैंच द्वारा की गई। न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्वए जिला एवं दक्षिण के प्रकरणों की समझाईश अंकिता दायमा न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्व द्वारा की गई। न्यायिक मजिस्ट्रेट उत्तर एवं पश्चिम के प्रकरणों में समझाईश इंसाफ खान न्यायिक मजिस्ट्रेट उत्तर की बैंच द्वारा की गई। न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या एक व 2 के लिए समझाईश रजनी कुमावत न्यायिक मजिस्ट्रेट 2 द्वारा किया गया। एनआई एक्ट 2 एवं 3 के न्यायालय में समझाईश मुकेश कुमार न्यायिक मजिस्ट्रेट एनआई एक्ट 3 द्वारा किया गया।
इन मामलों में पारित की गई अवार्ड राशि

वैवाहिक विवाद एवं अन्य सिविल विवाद के 1381 प्रकरणों में से 307 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इनमें 8 लाख रुपए का अवार्ड राशि पारित किया गया। एनआई एक्ट के 2331 प्रकरण में से 254 प्रकरण निस्तारित हुए इनमें 4 करोड़ 33 लाख 82 हजार 304 रुपए की अवार्ड राशि पारित की गई। मनी रिकवरी के 4381 प्रकरणों में से 113 प्रकरण निस्तारित कर 2 करोड़ 60 लाख 81 हजार 202 रूपए का अवार्ड राशि पारित की गई। मोटर वाहन दुर्घटना दावा अधिकरण अजमेर में कुल 1092 प्रकरणों में से 208 निस्तारित हुए जिनमें कुल 13 करोड़ 35 लाख 24 हजार 31 रुपए की अवार्ड राशि पारित की गई। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या एक ब्यावर बुलाकीदास व्यास ने 448 प्रकरणों में 74 प्रकरण निस्तारित किये गये जिनमें 4 करोड़ 38 लाख 74 हजार 500 रूपए की अवार्ड राशि पारित की गई। पारिवारिक विवाद के 762 प्रकरणों में से 122 प्रकरणों का निस्तारण हुआ। इनमें कुल 8 लाख 14 हजार रुपए की अवार्ड राशि पारित की गई। श्रम विवाद के 7 प्रकरणों में से 6 प्रकरण निस्तारित कर 29 लाख 69 हजार 280 रूपए का अवार्ड जारी किया गया।
बिजली बिल,शमनीय चोरी मामलों सहित के 19 प्रकरणों में से 11 प्रकरण निस्तारित हुए 91 हजार 489 रूपए की अवार्ड राशि पारित की गई। किराया सुखाधिकार निषेधाज्ञा संविदा की पालना व इजराय के 1149 प्रकरणों में से 134 प्रकरण निस्तारित कर 4 लाख 56 हजार 896 रूपए की अवार्ड राशि पारित की गई।
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