scriptपशु अस्पताल के अतिक्रमण के प्रकरण में एडीएम के दो बार बुलाने के बाद भी नहीं पहुंचा बीडीओ | BDO did not reach even after ADM called twice in case of animal hospit | Patrika News

पशु अस्पताल के अतिक्रमण के प्रकरण में एडीएम के दो बार बुलाने के बाद भी नहीं पहुंचा बीडीओ

locationअजमेरPublished: Apr 06, 2021 10:24:24 pm

Submitted by:

bhupendra singh

गगवाना पशु अस्पताल पर अतिक्रमण का मामला
पशु चिकित्सालय ग्राम पंचायत भवन में करना पड़ रहा है संचालित
कलक्टर की जनसुनवाई में दर्ज है प्रकरण
फोटो…ईपीएस 18 जनवरी…

मुख्यालय के चक्कर लगाने से मिलेगी निजात

मुख्यालय के चक्कर लगाने से मिलेगी निजात

अजमेर. जिला प्रशासन भले ही प्रतिमाह सभी उपखंड अधिकारियों व बीडीओ की बैठक लेकर अतिक्रमण के मामलों में सख्ती बरतने के निर्देश जारी करता है लेकिन धरातल पर स्थित इससे उलट नजर आ रही है। दूर दराज के क्षेत्र की बात तो दूर अजमेर शहर से लगते ग्रामीण क्षेत्र में ही इसकी पालना नहीं हो रही है। गगवाना के पशु अस्पताल animal hospital के अतिक्रमण encroachment को हटाने के मामले में तो अजमेर ग्रामीण बीडीओ जिला प्रशासन की भी नहीं सुन रहे हैं। जिला कलक्टर के निर्देश पर जब अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रोटोकॉल) ADM ने सम्बन्धित बीडीओ को पालना रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए तो उसने आधी अधूरी रिपोर्ट भेज दी। रिपोर्ट से अंसंतुष्ट जिला कलक्टर ने अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) के जरिए बीडीओ को दो बार तलब किया लेकिन व उपस्थित नहीं हुआ। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बीडीओ BDO को सोमवार शाम चार बजे पालना रिपोर्ट के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए थे लेकिन वह नहीं पहुंचा। इससे पूर्व बुलाने पर बीडीओ ने टका सा जवाब दे दिया कि वह जिला कलक्टर से मिल लेगा। बीडीओ ने स्वंय जांच करने के बजाया विकास अधिकारी की एक माह पुरानी रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेज दी। रिपोर्ट में अस्पताल भूमि के अतिक्रमण का नियमन करने का भी हवाला दिया गया है। मामले में खास यह है कि जहां अतिक्रमी पशु चिकित्सालय में निवास कर रहा है वहीं पशु चिकित्सालय गगवाना ग्राम पंचायत भवन में हो रहा है संचालित करना पड़ रहा है।
जनसुनवाई में दर्ज है मामला

ग्रामीणो की शिकायत के बाद यह कलक्टर की जनसुनवाई में भी दर्ज है। शिकायत के अनुसार ओमप्रकाश यादव ने गगवाना में सार्वजनिक कुएं के पास पशु चिकित्सालय की भूमि चिकित्सालय भवन चिकित्सकों के क्वार्टर में कब्जा जमा लिया है। शौचालय व चारदीवार को भी निर्माण कर लिया है। कुएं पर भी कब्जा कर लिया है। पशुपालन विभाग इनका अतिक्रमण हटवाने में नाकाम साबित हो रहा है। अतिक्रमी रेलवे में नौकरी करता है। अस्पताल भूमि, क्वार्टर कुंए का मालिकाना हक ग्राम पंचायत का है। ग्राम पंचायत ने अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पास कर रखा है। एसडीएम से पुलिस मदद भी मांगी गई थी।
एसडीएम ने दिए जाप्ता उपलब्ध करवाने के निर्देश

पशु अस्पताल से अतिक्रमण हटाने के लिए ग्राम पंचायत ने उपखंड अधिकारी से शुक्रवार को पुलिस जाप्ता दिए जाने की मांग की जिससे सोमवार को अतिक्रमण हटाया जा सके। उपखंड अधिकारी ने गेगल थाना पुलिस को जाप्ता उपलब्ध करवाने के आदेश दिए। इस पर गेगल थानाधिकारी ने सीईओ को पत्र लिख जाप्ता मांगा है। एक व्यक्ति का अतिक्रमण हटाने के इस मामले में थानाधिकारी कार्यपालक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति भी चाहतेंं है। अतिक्रमण हटाने के लिए तीन बार जाप्ता मांगा गया लेकिन पुलिस जाप्ता नहीं मिलने से अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका।
इनका कहना है

अतिक्रमण हटाने लिए पुलिस जाप्ता मांगा गया था लेकिन पर्याप्त जाप्ता नहीं मिला। इसलिए अतिक्रमण नहीं हटा। मैं एडीएम से मिलने नहीं जा सका। सुबह कलक्टर से मिलूंगा।भगवान अरविंद, बीडीओ,पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण
पशु अस्पताल के अतिक्रमण के सम्बन्ध में जिला कलक्टर के निर्देश पर बीडीओ को पालना रिपोर्ट के साथ दो बार बुलाया गया लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। इसकी जानकारी जिला कलक्टर को दी जाएगी।
कैलाश चंद शर्मा,अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) अजमेर

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