सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और शिक्षक को छात्राओं की बेवजह पिटाई पर उलाहना दिया, वहीं गांधीनगर थाना पुलिस ने आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया है। छात्राओं का यज्ञनारायण चिकित्सालय में मेडिकल कराया है।
दोनों छात्राओं के पिता ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि आरोपी शिक्षक बीते 15-20 दिन से दोनों बालिकाओं से छेड़छाड़ की नीयत से गलत हरकतें करता है। विद्यालय में मंगलवार को उसने बेवजह दोनों बालिकाओं से मारपीट कर उन्हें चोटिल कर दिया।
बालिकाओं से छेड़छाड़ की बात पता चलने पर उन्होंने प्रधानाचार्य को भी बताया, लेकिन समझाइश के बावजूद आरोपी ने गलत हरकतें की और मारपीट की। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को नामजद कर उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट, अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम एवं मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वहीं शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को निलम्बित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार विद्यालय में सुबह 10 बजे मध्यांतर में कुछ छात्राएं परिसर में ही लंच करने करने के बाद कैरम खेलने लगीं। आरोप है कि सवा 10 बजे एक शिक्षक खेल रही छात्राओं को डांटने लगे। उसने नीम के पेड़ से डाली तोड़ ली और खेल रही छात्राओं को पीटना शुरू कर दिया।
आरोप है कि शिक्षक ने कक्षा 7 वीं की दो छात्राओं को नीम की डाली से पीट दिया। इसके बाद दोनों छात्राएं कक्षा में चली गईं। कुछ छात्राओं ने दूसरे कक्ष में बैठीं महिला पीटीआई को घटनाक्रम की जानकारी दी।
वे छात्राओं के साथ कक्षा कक्ष में गईं तो यहां शिक्षक छात्राओं को डांटते मिला। पीटीआई ने इस पर एतराज जताया। इस पर शिक्षक महिला पीटीआई से भी नोक-झोंक करने लगा। जानकारी पाकर प्रधानाध्यापक व अन्य स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया।
इनका कहना है… स्कूल में मासूम बालिकाओं को डंडे से पीटने की घटना चिंताजनक है। ऐसे शिक्षक पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। अध्यापक के तत्काल निलम्बन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी अजमेर एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी किशनगढ़ को पत्र लिखा है। अध्यापक की करतूत निंदनीय है।
सुरेश टाक, विधायक