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BEAWAR : यहां प्रशासन को नहीं दिख रहे टूटे फेरोकवर और खुले नाले

locationअजमेरPublished: Jul 22, 2019 03:56:00 am

Submitted by:

dinesh sharma

नगर परिषद प्रशासन की अनदेखी कभी भी वाहन चालकों व राहगीरों के लिए खतरे का सबब बन सकती है, हर रोज इन मार्गों से निकलना होता है जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का, फिर भी नहीं नजरे इनायत

BEAWAR : here can be a threat to drivers and passengers

BEAWAR : यहां प्रशासन को नहीं दिख रहे टूटे फेरोकवर और खुले नाले

ब्यावर ( अजमेर ).

शहर में जगह-जगह टूटे फेरोकवर और खुले नालों पर जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की नजरे इनायत नहीं हो रही है। ऐसे में कभी भी किसी वाहन चालक या राहगीर के साथ गंभीर हादसा पेश आ सकता है।
ब्यावर में जगह-जगह हादसों को आमंत्रण देते खुले नाले व टूटे पड़े फेरोकवर की भरमार है, लेकिन जिम्मेदार इसकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझ रहे।

बरसाती मौसम है और ऐसे में पानी की सुचारू निकासी नहीं होने से बरसात के दौरान सड़कें लबालब हो जाती हैं और ऐसे में इन खतरों से राहगीर व वाहन चालक अनभिज्ञ रहते हैं और कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
क्षेत्रवासियों की ओर से इस सम्बन्ध में कई बार शिकायतें भी कीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मानसून से पहले नालों की सफाई करने एवं खुले नाले व टूटे फेरो कवर को दुरुस्त करने के लिए स्वायत्त शासन विभाग ने निर्देश जारी कर दिए, लेकिन प्रशासन ने इसकी सुध नहीं ली। हालात जस के तस हैं।
केस-1

पाली बाजार में कई दिनों से सड़क के बीचों-बीच नाले का फेरोकवर टूटा पड़ा है। लेकिन नगर परिषद ने इसकी सुध नहीं ली। शहर का यह एक व्यस्तम मार्ग है और यहां हर समय वाहन चालकों व राहगीरों की आवाजाही रहती है। परेशान क्षेत्रवासियों ने कोई हादसा नहीं हो, इसके लिए एक डंडा लगाकर यहां पर झण्डा लगा दिया है, ताकि बरसात के समय में अगर यहां पानी भर भी जाए तो खतरे से लोग अनजान न रहें।
केस-2

मेवाडी गेट के पास सिटी डिस्पेंसरी के पास ही फेरो कवर खुले पड़े हैं, जबकि यह शहर का व्यस्ततम मार्ग है। शहर की प्रताप कॉलोनी, अमरी का बाडिय़ा, हाउसिंग बोर्ड सहित नव विकसित कॉलोनी के क्षेत्रवासियों का बाजार आने का मुख्य मार्ग यही है। शहर की कई कॉलोनियों का पानी इन नालों में होकर बिचड़ली की ओर जाता है। बरसात में यहां पर पानी भरने पर यह दिखाई नहीं देंगे। इससे हादसा होने की आशंका बनी है।
केस-3

मिल रोड पर सड़क किनारे खुला पड़ा नाला हादसे को आमंत्रण दे रहा है। बरसात के समय यहां पानी भर जाता है और पता भी नहीं चलता कि मोड़ पर नाला खुला पड़ा है। ऐसे में कभी भी कोई बड़े हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बीते दिनों हुई बरसात के कारण जब यहां पर पानी भरा तो यहां से गुजरने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन नगर परिषद ने इसकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझा।
इनका कहना है….

डेढ़ माह से फेरो कवर टूटा पड़ा है। मुख्य बाजार होने से दिनभर लोगों की आवाजाही बनी रहती है। बरसात के दौरान इस चौराहा पर एक से डेढ़ फीट तक पानी भर जाता है। इससे फेरोकवर में वाहन का पहिया जाने से हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
– सुरेन्द्र भोला, आर्य समाज चौराहा

लम्बे समय से टूटे फेरो कवर को वापस दुरुस्त नहीं कराया गया। ऐसे में व्यापारियों ने नाले के चारों ओर पत्थर लगा रखे हैं। ताकि एकाएक कोई इसमें नहीं गिरे। जबकि प्रशासन की ओर से मुख्य बाजार में ही बरसात शुरू होने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही है।
– विक्की कुमावत, पाली बाजार

करीब तीन माह से अधिक समय बीत गया है। इस चौराहा के फेरो कवर को दुरुस्त नहीं कराया जा सका है। जबकि ढलान वाला क्षेत्र होने से बरसात में पानी का खासा दबाव रहता है। जबकि इस मार्ग पर आवाजाही का दबाव बना रहता है।
– भगवान प्रजापति, सिटी डिस्पेंसरी चौराहा

मेवाड़ी गेट बाहर नाले की सफाई के नाम पर फेरो कवर हटा दिए जाते हैं। इन्हें वापस सही नहीं लगाया जाता है। इससे अधिकांश समय फेरो कवर खुले ही पड़े रहते हैं। जबकि शहर के आने वाला पानी का खासा दबाव बना रहता है।
– धनपत श्रीश्रीमाल, मेवाड़ी गेट

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