अजमेर शहर के कुएं-बावडिय़ां रीते पड़े हैं। भू-जल स्तर कम होने से हैंडपंप हांफने लगे हैं। फॉयसागर झील पूरी तरह सूख चुकी हैं। केवल आनासागर झील में पानी है वो भी इसलिए कि शहर के दसियों नालों का पानी उसमें गिरता है। वहीं शहर के निकटवर्ती ग्राम बीर का तालाब जो किसी वक्त पानी से लबालब रहता था और शहरवासियों का एक प्रमुख पसंदीदा पिकनिक स्पॉट था आज बूंद भर पानी को तरस रहा है। जिस वक्त तालाब भरा रहता था उस वक्त पानी की हिलोरों के बीच लोग इसके उद्यान में सामूहिक गोठ भी मनाया करते थे। लेकिन वक्त के साथ यह दुर्दशा का शिकार हो गया।
तालाब के वर्षा जल बहाव के क्षेत्र में लोगों ने छोटे-छोटे एनिकट बना लिए। इससे तालाब में पानी की आवक बिल्कुल बंद हो गई। वर्ष-2014 तक इसमें कुछ पानी था लेकिन उसके बाद इस बड़े तालाब में बूंद भर पानी देखने को नहीं मिलता। ऐसे में जरूरी है कि प्रशासन ऐसी व्यवस्था करे कि तालाब के जल आवक क्षेत्र में बनाए गए एनिकट को हटवाए जिससे मानसून में तालाब फिर से लबालब हो सके और यह फिर पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित हो।