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Big Issue: कोरोना ने किया स्कूल को चैलेंज, यूं बढ़ेंगी परेशानियां…

locationअजमेरPublished: May 05, 2021 08:22:00 am

Submitted by:

raktim tiwari

प्री-प्राइमरी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने 34 दिन से सीबीएसई से जुड़े स्कूल की दहलीज भी नहीं देखी है। यही हाल चौथी, छठी, नवीं कक्षाओं का है।

admission process

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अजमेर.

कोरोना संक्रमण ने स्कूल में पढ़ाई के साथ दाखिलों की परेशानियां भी बढ़ा दी हैं। सीबीएसई से सम्बद्ध स्कूल में सिर्फ प्री-प्राइमरी तक प्रवेश हुए हैं। शिक्षा विभाग से सम्बद्ध सरकारी स्कूल में भी गर्मी की छुट्ट्यिां जारी हैं। अब हालात सामान्य होने पर ही प्रवेश कार्यक्रम शुरू होने के आसार हैं।
सीबीएसई से सम्बद्ध स्कूल सरकारी, निजी स्कूल में जनवरी से फरवरी-मार्च तक प्री-प्राइमरी की प्रवेश प्रक्रिया पूरी होती है। इनके अलावा छठी, नवीं और ग्यारहवीं कक्षा के प्रवेश विद्यार्थियों के परिणाम, परिजनों के स्थानांतरण के चलते होते हैं। शिक्षा विभाग से सम्बद्ध स्कूल में मई के शुरूआत और जून के अंतिम सप्ताह में प्रवेशोत्सव के जरिए होते हैं।
नहीं देखी स्कूल की दहलीज
प्री-प्राइमरी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने 34 दिन से सीबीएसई से जुड़े स्कूल की दहलीज भी नहीं देखी है। यही हाल चौथी, छठी, नवीं कक्षाओं का है। अजमेर के मिशनरी, पब्लिक स्कूल ने जनवरी से मार्च तक प्री. प्राइमरी के विद्यार्थियों को प्रवेश दिए थे। लेकिन कक्षाएं नहीं लग पाई है। सीबीएसई की दसवीं की परीक्षाएं रद्द हो चुकी हैं। प्रमोट फार्मूले के आधार पर परिणाम 20 जून को जारी होगा। इसके बाद ही ग्यारहवीं कक्षा में दाखिले संभव होंगे।
परिजन बदले रहे प्लान
कोरोना संक्रमण के चलते नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी में बच्चों के दाखिले कराने वाले कई परिजन प्लान बदलने में जुटे हैं। महामारी को देखते हुए वे बच्चों को स्थिति सामान्य होने तक स्कूल नहीं भेजना चाहतेहैं। राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्कूल में फिलहाल प्रवेश नहीं हुए हैं।
अजमेर शहर में सीबीएसई स्कूल में विद्यार्थियों के नव प्रवेश
नर्सरी, एलकेजी-यूकेजी: 8 से 10 हजार
चौथी, छठी, नवीं-ग्यारहवीं: 650 से 1000
सरकारी स्कूल में प्रवेश-25 से 30 हजार
(पहली से बारहवीं तक)

स्कूल के सामने हैं यह चुनौतियां….
-प्री.प्राइमरी के बच्चों को कई परिजन नहीं भेजेंगे स्कूल
-दसवीं के विद्यार्थी परिणाम आने के बाद लेंगे दूसरे स्कूल में दाखिले
-कक्षाओं में 45 से 70 विद्यार्थियों कारण बनाने पड़ेंगे अतिरिक्त सेक्शन
-विद्यार्थियों का ऑनलाइन प्रवेश टेस्ट लेना मुश्किल
-नए प्रवेश देने पर अतिरिक्त शिक्षकों की व्यवस्था
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