विश्वविद्यालय के एक्ट 7 (1) के तहत प्रबंध मंडल का गठन किया गया है। सभी शैक्षिक, प्रशासनिक फैसले, नियुक्तियां, दीक्षान्त समारोह, डिग्रियों का निर्माण और अन्य कार्य प्रबंध मंडल लेता है। कुलपति की अध्यक्षता वाले प्रबंध मंडल में विधानसभा द्वारा नियुक्ति दो विधायक, राज्यपाल एवं राज्य सरकार के प्रतिनिधि (एक-एक), विश्वविद्यालय कोटे से दो प्रोफेसर, एक डीन, कॉलेज के दो प्रतिनिधि, उच्च शिक्षा, वित्त, योजना विभाग के प्रमुख सचिव, कॉलेज शिक्षा निदेशक सदस्य होते हैं।
इसमें कुलसचिव सदस्य सचिव के रूप में शामिल होते हैं। मौजूदा समय बॉम में डीन कोटे से सदस्य पद रिक्त है। कॉलेज के दो प्रतिनिधियों की नियुक्ति पर भी विश्वविद्यालय मौन है। विधायकों का कार्यकाल कुछ दिनों का
नियमानुसार बॉम में दो विधायकों को भी बतौर सदस्य दो साल के लिए नियुक्त किया जाता है। विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने ब्यावर के विधायक शंकर सिंह रावत और मसूदा की विधायक सुशील कंवर पलाड़ा को प्रबंध मंडल का सदस्य नियुक्त किया। प्रदेश में सात दिसम्बर को विधानसभा चुनाव होने हैं। आचार संहिता के चलते दोनों विधायक अधिकृत रूप से बॉम की बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं। साथ ही इनकी दो साल की सदस्यता भी जल्द खत्म होने वाली है।
नियमानुसार बॉम में दो विधायकों को भी बतौर सदस्य दो साल के लिए नियुक्त किया जाता है। विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने ब्यावर के विधायक शंकर सिंह रावत और मसूदा की विधायक सुशील कंवर पलाड़ा को प्रबंध मंडल का सदस्य नियुक्त किया। प्रदेश में सात दिसम्बर को विधानसभा चुनाव होने हैं। आचार संहिता के चलते दोनों विधायक अधिकृत रूप से बॉम की बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं। साथ ही इनकी दो साल की सदस्यता भी जल्द खत्म होने वाली है।
नहीं है सभी बॉम के कार्यवृत्त विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर विभिन्न बॉम के कार्यवृत्त उपलब्ध नहीं है। कायदे से 1987 से लेकर 2018 तक हुई सभी बॉम के कार्यवृत्त वेबसाइट होने चाहिए। इसके पीछे एकेडेमिक विभाग द्वारा फाइल नहीं भेजने का तर्क दिया जाता है।