अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल, ब्यावर के राजकीय अमृतकौर अस्पताल और किशनगढ़ के यज्ञनारायण अस्पताल में में शहर सहित आस पास के क्षेत्रों से करीब एक से डेढ़ हजार मरीज रोजाना आउटडोर में चिकित्सकीय परामर्श लेने आते हैं। इनमें उल्टी, दस्त व डायरिया के मरीज भी अब पहुंच रहे हैं। मौसम के बदलते मिजाज का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। गर्म मौसम और खाने पीने में बरती गई लापरवाही लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है।
पानी नहीं मिल रहा साफ
अस्पताल में इन दिनों आने वाले मरीजों में ज्यादा संख्या ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की है। ग्रामीण इलाकों में पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिलने के कारण ग्रामीण ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं। अनुमानित करीब तीस से चालीस मरीज रोज इन बीमारियों से ग्रसित होकर आ रहे है। यहां काउन्टर पर मरीजों की खासी भीड़ है। पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार बदल रहा है। दिन में तापमान कभी 38 डिग्री तक जा पहुंचा तो रात होते होते तापमान 2३ तक जा पहुंचता है। गर्मी के साथ सुबह-सुबह हल्की ठंडी हवा के कारण लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
अस्पताल में इन दिनों आने वाले मरीजों में ज्यादा संख्या ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की है। ग्रामीण इलाकों में पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिलने के कारण ग्रामीण ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं। अनुमानित करीब तीस से चालीस मरीज रोज इन बीमारियों से ग्रसित होकर आ रहे है। यहां काउन्टर पर मरीजों की खासी भीड़ है। पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार बदल रहा है। दिन में तापमान कभी 38 डिग्री तक जा पहुंचा तो रात होते होते तापमान 2३ तक जा पहुंचता है। गर्मी के साथ सुबह-सुबह हल्की ठंडी हवा के कारण लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
चिकित्सक व्यू
लगातार धूप और गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इस कारण उल्टी दस्त की संभावना बढ़ जाती है। शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। साथ ही बासी खाना नहीं खाएं और कोशिश करें कि उबला हुआ पानी उपयोग में लें।
लगातार धूप और गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इस कारण उल्टी दस्त की संभावना बढ़ जाती है। शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। साथ ही बासी खाना नहीं खाएं और कोशिश करें कि उबला हुआ पानी उपयोग में लें।
डॉ. संजय शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सक