scriptBig issue: सूख रहा सहस्र बरसों पुराना सरोवर, फिर नहीं चाहेगा कोई तीर्थनगरी पुष्कर | Big issue: Water level downs rapidly in Ancient Pushkar lake | Patrika News
अजमेर

Big issue: सूख रहा सहस्र बरसों पुराना सरोवर, फिर नहीं चाहेगा कोई तीर्थनगरी पुष्कर

सरोवर के किनारे बने घाटों पर गंदगी पसरी है। जल प्रदूषित होता जा रहा है और जलस्तर घटता जा रहा है।

अजमेरMay 19, 2018 / 10:14 am

raktim tiwari

pilgrims worshiping on hariyali amavsaya

water level downs in pushkar lake

पुष्कर

पवित्र पुष्कर सरोवर इन दिनों सरकारी उपेक्षा के चलते न केवल गंदगी से अटा पड़ा है बल्कि गिरते जलस्तर के कारण सूखता भी जा रहा है। सूखता सरोवर अस्तित्व के संकट से जूझ रहा है। यहां आने वाले श्रद्धालु नाम मात्र के औसतन ढाई फीट पानी में डुबकी लगाने को मजबूर हैं। जलस्तर बढ़ाने के पर्याप्त उपाय नहीं किए जाने से सरोवर में नाममात्र का पानी रह गया है। इस स्थिति से व्यापारियों और पुरोहितों में भी चिंता व्याप्त है।
करीब डेढ़ किलोमीटर व्यास के सरोवर में जलभराव क्षमता करीब 40 फीट तक तो कर दी गई है, लेकिन इसमें वर्षा के अभाव में जलभरने तथा जलस्तर कायम रखने का कोई वैकल्पिक उपाय नहीं किया गया है। इसमें बीसलपुर का पानी डालने की व्यवस्था है।
इसके लिए तत्कालीन जिला कलक्टर गौरव गोयल के प्रयासों से बद्री घाट पर बीसलपुर की लाइन भी बिछा दी गई जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। हालत यह हैं कि सरोवर के किनारे बने घाटों पर गंदगी पसरी है। जल प्रदूषित होता जा रहा है और जलस्तर घटता जा रहा है।
कम जलस्तर के चलते श्रद्धालु ठीक से डुबकी भी नहीं लगा सकते हैं। शीघ्र जल भरने की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किए जाने पर आगामी जून माह में पुष्कर सरोवर के सूखने की संभावनाओ से इंकार नहीं किया जा सकता है।
पुरुषोत्तम मास में नहाएंगे हजारों श्रद्धालु
अब लगातार अमावस तिथि से अगली अमावस तिथि यानी एक माह पुरुषोत्तम मास चल रहा है। इस अवधि में तीर्थ स्नान दान का कई गुना महत्व बताया गया है। यही कारण है कि श्रद्धालुओं की आवक दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन जलस्तर कम होने से भावनाएं आहत हो रही हैं।
कुंड रीते, पुरोहित बेचैन

पुष्कर सरोवर में जलस्तर कम होने पर वैकल्पिक व्यवस्था के लिए बनाए गए कुंड भी नाकाम साबित हो रहे हैं। जलभराव के कारण कुंड रीते पड़े हैं। वराह घाट की तरफ के कुंडों में पानी की कमी से श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। पुष्कर सरोवर के घटते जलस्तर को लेकर इसके पीछे आजीविका चला रहे पुरोहित, व्यापारियों में भी चिन्ता व्याप्त है। दूसरी ओर प्रशासन की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को पुष्कर सरोवर में जल डालने के निर्देश दे दिए हैं। आरती डोगरा, जिला कलक्टर, अजमेर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो