Big News: अचानक एनएसजी पहुंची पुष्कर, थोड़ी देर में होगा ऑपरेशन
पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर की आवाजाही, आसपास स्थित बाजार, पुष्कर प्लाजा सहित अन्य स्थानों का निरीक्षण किया जाएगा।
अजमेर/पुष्कर. एनएसजी सहित ईआरटी की टीम इजरायली धर्मस्थल बेथखबाद और प्रजापिता ब्रह्मा मंदिर की सुरक्षा जांचने पहुंची। टीमें सोमवार को मॉक ड्रिल कर सुरक्षा के प्रत्येक मापदंड जांचेगी। इसकी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी।
पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीन है। जबकि इजरायली पर्यटकों का धर्मस्थल बेथखबाद काफी अहम है। दोनों की सुरक्षा को लेकर रविवार को ई. आर. टी. सहित एन. एस. जी. के कमांडो पुष्कर पहुंचे। सुरक्षा एजेंसियों ने दोनों धर्मस्थलों का जायजा लिया।
कुछ देर में होगा मॉक ड्रिल
एनएसजी और ईआरटी की टीम सोमवार को मॉक ड्रिल करेंगी। पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर की आवाजाही, आसपास स्थित बाजार, पुष्कर प्लाजा सहित अन्य स्थानों का निरीक्षण किया जाएगा। इसी तरह गुरुद्वार के समक्ष स्थित बेथखबाद के आसपास सुरक्षा इंतजाम जांचे जाएंगे। मालूम हो कि बीते 30 जनवरी को दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर विस्फोट हुआ था। इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां काफी सतर्क है।
हेडली ने की थी रैकी..
पुष्कर में रहते हुए करीब 15 साल पहले अंतर्राष्ट्रीय आतंकी डेविड कोलमेन हैडली (दाउद सैयद गिलानी) ने रैकी की थी। इसकी सुरक्षा एजेंसियों को भनक भी नहीं थी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जब मामला उजागर हुआ तो सुरक्षा एजेंसियों की धरती खिसक गई थी। तबसे पुष्कर में इजराली धर्मस्थल बेथखबाद की सुरक्षा कड़ी गई।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां पुष्कर पहुंची हैं। जिला पुलिस केवल कानून व्यवस्था और सहायता देगी।
जगदीशचंद्र शर्मा, एसपी अजमेर
अजमेर के युवाओं को छोडऩा पड़ता है घर, ये है खास वजह
रक्तिम तिवारी/अजमेर. शैक्षिक संस्थानों और विशिष्ट पाठ्यक्रमों के मामले में अजमेर राज्य के दूसरे शहरों के मुकाबले पिछड़ रहा है। यहां आईआईटी, एनआईटी, आईआईएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान नहीं है। शहर के युवाओं को विशेष पाठ्यक्रमों के लिए दूसरे राज्यों/शहरों में दाखिले लेने पड़ते हैं। जबकि केंद्र और राज्य सरकार चाहे तो अजमेर को एज्यूकेशन हब बनाया जा सकता है।
प्रत्यूष, निहारिका, मिहिका और ऋत्विक (नाम परिवर्तित)आईआईटी, आईआईएस, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और अन्य निजी संस्थानों के विद्यार्थी हैं। यह एम.टेक, बी.टेक, मैनेजमेंट, लॉ, ग्रीन केमिस्ट्री, राडार टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स में अध्ययनरत हैं। अजमेर में केंद्रीयकृत और राज्य स्तरीय संस्थानों की कमी के चलते इन्हें अन्यत्र एडमिशन मिला है।
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