आयोग ने बीते साल 23 अक्टूबर को आरएएस प्रारंभिक परीक्षा-2018 का परिणाम घोषित किया था। राजस्थान हाईकोर्ट की विभिन्न याचिकाओं में पारित अंतरिम आदेशानुसार आयोग ने पूर्व में घोषित प्रारंभिक परीक्षा परिणाम के क्रम में 13 दिसंबर को विस्तारित परिणाम जारी किया था। इसमें ओबीसी और एमबीसी वर्ग के 7145 और 105 नॉन गैजेटेड और सरकारी कार्मिक (अभ्यर्थियों) को अस्थाई रूप से सफल घोषित किया गया है। हाल में 17 जनवरी को आयोजित केबिनेट की बैठक में मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की अनुशंषा की गई थी।
फुल कमीशन की बैठक सोमवार को अयोग की फुल कमीशन की बैठक हुई। इसमें अध्यक्ष दीपक उप्रेती सहित सदस्य डॉ. आर. डी. सैनी, डॉ. शिवसिंह राठौड़ और अन्य शामिल हुए। फुल कमीशन ने सरकार की अनुशंषा के अनुसार 29 और 30 जनवरी को प्रस्तावित आरएएस मुख्य परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया। साथ ही आंतरिक कमेटी को नई परीक्षा तिथियां तय करने के लिए अधिकृत किया गया।
अब बढ़ेंगी आयोग की मुश्किलें आयोग के लिए आरएएस मुख्य परीक्षा-2018 की नई तिथियां तय करना आसान नहीं होगा। फरवरी में खुद आयोग की प्रतियोगी परीक्षाएं होनी हैं। इसके अलावा सीबीएसई और राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सहित कॉलेज और विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी। ऐसे में आयोग कोकेंद्रों की उपलब्धता पर विचार करना पड़ेगा।
चौथी बार तय होगी नई तिथि
पूर्व में आयोग को मुख्य परीक्षा 23 और 24 दिसंबर करानी थी। लेकिन ओबीसी और एमबीसी अभ्यर्थियों की मांग पर फुल कमीशन ने 28 और 29 जनवरी को परीक्षा कराने का फैसला किया। किया। इस दौरान अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर 28 जनवरी को विधानसभा उप चुनाव की घोषणा हो गई। ऐसे में आयोग ने 29 और 30 जनवरी को मुख्य परीक्षा कराना तय किया था।
पूर्व में आयोग को मुख्य परीक्षा 23 और 24 दिसंबर करानी थी। लेकिन ओबीसी और एमबीसी अभ्यर्थियों की मांग पर फुल कमीशन ने 28 और 29 जनवरी को परीक्षा कराने का फैसला किया। किया। इस दौरान अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर 28 जनवरी को विधानसभा उप चुनाव की घोषणा हो गई। ऐसे में आयोग ने 29 और 30 जनवरी को मुख्य परीक्षा कराना तय किया था।