टेरर फंडिंग से जुड़ सकते हैं तार केरल का मल्लपुरम जिला पूर्व में भी आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े तारों को लेकर भी सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर रहा है। ठगी गिरोह का सरगना भी खाड़ी देशों में फरार बताया जा रहा है। ऐसे में गिरोह के तार टेरर फंडिंग से जुड़े होने की आशंका भी जताई जा रही है। अगर वाकई ऐसा है तो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी यह एक बड़ा खतरा हो सकता है।
मोटी मछली फंसा लोगों को ललचाया ठग एजेंटों ने बड़े लाभांश का लालच दिखा जिले की बड़ी हस्तियों को फंसाया। इनमें राजनेता, उद्योगपति, व्यवसायी व शिक्षा जगत से जुड़े लोग शामिल थे। बड़े नामों द्वारा निवेश किए जाने पर एजेंटों ने आम लोगों को उनका नाम दिखा फंसाना शुरू कर दिया। नामी-गिरामी लोगों द्वारा निवेश किए जाने से स्कीम के प्रति लोगों में विश्वास भी जम गया।
कुछ को दिया मोटा मुनाफा ठग गिरोह के एजेंटों ने स्कीम के तहत कुछ लोगों को पहले मोटा मुनाफा दिया। एक का चार होते देख लोगों के मन में और लालच आया। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने तो इसमें मात्र कुछ महीनों में ही लाखों रुपए के वारे-न्यारे किए। कुछ लोगों के पास बड़ी रकम आती देख कई लोग इसमें फंसते चले गए।
सामने आएं ठगी के शिकार तो अंजाम पर पहुंचे ठग
100 करोड़ के इसी ठगी मामले में धौलपुर से भी करोड़ों रुपए ठगे जाने की चर्चा है। ऐसे में ठगी के पीडि़त सामने आएं तो ठगों को कानून के शिकंजे से कोई नहीं बचा पाएगा। चर्चा है कि ठगी में फंसे नामी-गिरामी लोगों से तो सामने आने की उम्मीद कम है लेकिन, आम लोग जिनकी कड़ी मेहनत का पैसा ठगा गया है वे सामने आएं, पुलिस में परिवाद दें तो ठगी के एजेंटों को उनके किए की सजा मिल सकती है।