क्या है उपभोक्ताओं का गणित जिला मुख्यालय पर शहरी क्षेत्र में करीब 22100 नियमित उपभोक्ता हैं। मुख्यालय पर निगम की ओर से जुलाई 2021 में स्मार्ट मीटर लगाना शुरू कर दिया गया था। इसके तहत छह माह में दिसम्बर 21 तक 19 हजार मीटर बदले जा चुके हैं। साथ ही अन्य मीटरों को बदलने का कार्य भी जारी है।
स्मार्ट मीटर में यह है सुविधा निगम की ओर से लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर में कई प्रकार की सुविधाएं हैं। उपभोक्ता स्मार्ट मीटर का डाटा अपने मोबाइल में बिजली मित्र एप डाउनलोड कर देख सकता है। साथ ही उसे मॉनिटर कर सकता है कि किस दिन कितनी यूनिट बनी है। इसी प्रकार स्मार्ट मीटर अपने आप को लॉ वोल्टेज तथा हाई वोल्टेज से उपकरण को सुरक्षित रखता है।
10 हजार से ऊपर बकायादारों को थमाए नोटिस निगम के अनुसार फिलहाल जिला मुख्यालय पर 10 हजार रुपए से अधिक राशि के बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत माह दिसम्बर 2021 में 10 से ऊपर बकाया वाले लगभग 2000 विद्युत उपभोक्ताओं को नोटिस जारी किए गए थे। जिन्होंने नियत तिथि तक बकाया राशि जमा नहीं कराई है, उनके विद्युत कनेक्शन कार्यालय सिस्टम से ही काटे जा रहे हंै। इसी आधार पर 18 जनवरी तक 30 उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शन काटे गए हैं।
अब राजाखेड़ा व बाड़ी में लगना शुरू होंगे स्मार्ट मीटर धौलपुर में स्मार्ट मीटर लगने के बाद अब विद्युत निगम की ओर से राजाखेड़ा तथा बाड़ी नगरपालिका क्षेत्र में स्मार्ट लगाने की शुरुआत की जाएगी। निगम सूत्रों के अनुसार यह कार्य संभवतया: फरवरी माह से शुरू किया जाएगा। इसके चलते वहां पर भी उपभोक्ता ऑनलाइन ही अपने मीटरों की मॉनिटरिंग कर सकेंगे।
क्यों पड़ी स्मार्ट मीटर की जरूरत निगम के अनुसार पहले मीटरों से उपभोक्ताओं की ओर से छेड़छाड़ की शिकायतें प्राप्त होती थी। इस कारण निगम प्रबंधन की ओर से स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू किया गया। इससे अब कोई उपभोक्ता अगर छेडख़ानी करता है तो उसका पता सीधे निगम कार्यालय के सिस्टम में चल जाता है। इस कारण उपभोक्ता की चोरी पता चल जाती है। साथ ही उपभोक्ता के मीटर की ऑनलाइन मॉनटिरिंग भी की जाती है।
बड़ी संख्या में गैर उपभोक्ता भी शामिल जिला मुख्यालय पर भले ही नियमित विद्युत उपभोक्ता 22 हजार के करीब हों, लेकिन बड़ी संख्या में गैर उपभोक्ता भी हैं, जो एलटी बॉक्स में जम्पर डालकर बिजली चोरी करते हैं। इनको निगम की ओर से अभी तक कनेक्शन तक नहीं दिए गए हैं। जबकि पूर्व में कई बार इसके लिए शिविर भी लगाए जा चुके हंै, कुछ परिवार कनेक्शन ले लेते हैं, लेकिन बिल जमा नहीं कराते हैं और उनके कनेक्शन काट दिए जाते हैं। इसके बाद वे फिर से जम्पर डालकर विद्युत चोरी करने लगते हैं। इनके खिलाफ निगम की ओर से कई बार कार्रवाई भी की जाती है और बड़ी मात्रा में जम्पर, तार जब्त किए जाते हैं, लेकिन इन परिवारों पर कोई असर नहीं पड़ता है। कई बार तो निगम दस्ते पर हमले भी हो चुके हैं। इस कारण निगम भी कभी-कभार ही कार्रवाई करता है।
इनका कहना है स्मार्ट मीटर के माध्यम से अब बकायादारों का कनेक्शन काटना शुरू कर दिया है। वहीं राजाखेड़ा तथा बाड़ी में भी शीघ्र ही स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
– बीएल वर्मा, अधीक्षण अभियंता, धौलपुर