पूर्व सांसद सांवरलाल जाट का बीती 9 अगस्त को निधन हो गया था। उसके बाद से अजमेर लोकसभा सीट खाली हो गई थी। नियमानुसार रिक्त हुई सीट पर छह महीने में लोकसभा अथवा विधानसभा चुनाव कराने जरूरी हैं। इधर केंद्रीय चुनाव आयोग ने 29 जनवरी को अजमेर सहित अलवर में लोकसभा और मांडलगढ़ में विधानसभा उपचुनाव की घोषणा कर दी। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अब तक अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए थे।
इस दौरान भाजपा ने विभिन्न विधायकों और पदाधिकारियों से पर्चियों में अपने-अपने पसंदीदा नाम लिखवा कर मंगवाए। सर्व सम्मति बनने पर रविवार को भाजपा ने रामस्वरूप लाम्बा को अजमेर लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया।
पिता की सीट जीतना चुनौती
भले ही भाजपा ने रामस्वरूप लाम्बा को टिकट दे दिया हो, लेकिन अपने पिता की विरासत और सीट को जीतना लाम्बा के लिए टेढ़ी खीर है। हालांकि सांवरलाल जाट भिनाय और नसीराबाद से विधायक रहने के अलावा राज्य में केबिनेट मंत्री रहे। बाद में 2014 में लोकसभा चुनाव में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को पराजित कर सांसद बने। उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रीमंडल में गंगा सफाई और जल संसाधन राज्यमंत्री बनाया गया।
भले ही भाजपा ने रामस्वरूप लाम्बा को टिकट दे दिया हो, लेकिन अपने पिता की विरासत और सीट को जीतना लाम्बा के लिए टेढ़ी खीर है। हालांकि सांवरलाल जाट भिनाय और नसीराबाद से विधायक रहने के अलावा राज्य में केबिनेट मंत्री रहे। बाद में 2014 में लोकसभा चुनाव में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को पराजित कर सांसद बने। उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रीमंडल में गंगा सफाई और जल संसाधन राज्यमंत्री बनाया गया।
लेकिन स्वास्थ्य खराब होने से उन्होंने 2017 में खुद को मंत्रीमंडल से अलग कर लिया। उनके पुत्र रामस्वरूप लाम्बा राजनीति में बिल्कुल नए हैं। उनके पास सत्तारूढ़ भाजपा के अलावा पिता सांवरलाल से जुड़े कार्यकर्ताओं की फौज मौजूद है। इसके अलावा जिले में करीब 2 लाख से ज्यादा जाट मतदाता हैं। इनके भरोसे ही भाजपा ने रामस्वरूप पर दांव खेला है।
कांग्रेस में रघु या कोई और….
कांग्रेस ने पिछले दिनों केकड़ी विधायक और पूर्व मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा को अजमेर से प्रत्याशी बनाने का फैसला किया था। इनके नाम की अधिकृत घोषणा अभी नहीं हुई है। कांग्रेस की नजरें भाजपा पर टिकी हुई थीं। चूंकि अब भाजपा ने रामस्वरूप लाम्बा को टिकट दे दिया है, यह देखते हुए कांग्रेस को भी सोमवार या मंगलवार तक प्रत्याशी घोषित करना होगा। कांग्रेस रघु शर्मा या किसी जाट प्रत्याशी पर भी दांव खेल सकती है।
कांग्रेस ने पिछले दिनों केकड़ी विधायक और पूर्व मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा को अजमेर से प्रत्याशी बनाने का फैसला किया था। इनके नाम की अधिकृत घोषणा अभी नहीं हुई है। कांग्रेस की नजरें भाजपा पर टिकी हुई थीं। चूंकि अब भाजपा ने रामस्वरूप लाम्बा को टिकट दे दिया है, यह देखते हुए कांग्रेस को भी सोमवार या मंगलवार तक प्रत्याशी घोषित करना होगा। कांग्रेस रघु शर्मा या किसी जाट प्रत्याशी पर भी दांव खेल सकती है।
भाजपा में बैठकों के दौर भाजपा दाहरसेन मंडल का बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस ने देश और प्रदेश की सत्ता में रहते हुए गांव, गरीब और किसान के लिए कुछ नहीं किया। वे गरीबी हटाओ का नारा सिर्फ चुनाव जीतने के लिए इस्तेमाल करते रहे। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने सम्मेलन में कांग्रेस मुक्त बूथ का नारा दिया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस को प्रत्येक बूथ पर हराना है। सम्मेलन में लोकसभा चुनाव प्रभारी श्याम सुंदर शर्मा ने मेरा बूथ, अजेय बूथ, मेरा बूथ, कमल का बूथ नारा दिया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता कमल के फू ल को ही अपना प्रत्याशी मान कर चुनाव में जुट जाएं। महापौर धर्मेंद्र गहलोत ने कहा कि हम अपनी सांगठनिक शक्ति के बल पर कांग्रेस को हराएंगे। महामंत्री रमेश सोनी, जयकिशन पारवानी, धर्मेश जैन, राजकुमार ललवानी, दीपक शर्मा, धर्मराज गौतम, सुलोचना शुक्ला, विकास जैन, दयालराम सिवासिया, डीपी शर्मा, शमशेर सिंह रावत, शंकर सिंह रावत, महेंद्र सिंह रावत, श्याम सुंदर जोशी, महेंद्र जैन मित्तल, ज्ञानचंद सारस्वत, कुंदन वैष्णव. प्रकाश मेहरा, वीरेंद्र वालिया, चंद्रेश सांखला, सुभाष काबरा, सोमरत्न आर्य, सीताराम शर्मा आदि उपस्थित रहे। बाद में देवनानी ने वार्ड 46 में 02 बूथों पर कार्यकर्ताओं से किया संवाद।