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प्राध्यापक भर्ती परीक्षा तय समय पर होगी : आयोग पत्रकारों से बातचीत में पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि गहलोत को राजनीति का अनुभव हो सकता है, लेकिन वे अल्पज्ञानी हैं। उन्हें मोदी राज में लोकतंत्र खतरे में दिखता है। कांग्रेस ने 55 साल के राज में जितने विध्वसंक फैसले लिए हैं, वे शायद भूल गए। उन्होंने कहा कि दूसरों पर आरोप-प्रत्यारोप से पहले उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्हीं की पार्टी की प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी ने ही देश में आपातकाल लगाया था। इतना ही नहीं 81 बार धारा 356 का दुरुपयोग किया गया। वर्ष 1980 में हरियाणा में देवीलाल की जगह भजनलाल सीएम बना दिए गए। राजभवन से मनमाने फैसले लिए गए। पूनिया ने कहा कि गहलोत अपनी पार्टी के कृत्य भूलकर मोदी राज को कोस रहे हैं।
न उनकी जीत, न हमारी हार महाराष्ट्र में हुए सियासी ड्रामेबाजी, निकाय चुनावों में हार और मोदी का जादू फीका पडऩे से जुड़े सवाल पर पूनिया ने कहा कि मोदी 130 करोड़ जनता के प्रतिनिधि हैं। वे कोई जादूघर नहीं है। मोदी भ्रष्टाचार को जड़-मूल से समाप्ति में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में न तो कांग्रेस जीती है और न भाजपा हारी है।