ग्रामीणों की information सूचना पर श्रीनगर थाना प्रभारी प्रभुदयाल वर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि लोहे का सवा फीट लंबा mortar मोर्टार मिट्टी के अंदर दबा नजर आया। यह देखने में रॉकेट की आकृति का बोतलनुमा बम की तरह है। उन्होंने बम निरोधक दस्ते, नसीराबाद आर्मी अधिकारी और पुलिस के आलाधिकारियों को सूचना दी।
cid सीआईडी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और विशेषज्ञों के साथ इस ज्वलनशील वस्तु का पता लगाने का कार्य शुरू कर दिया। mortar मोर्टार पूरी तरह से सही और कहीं से भी टूटा नजर नहीं आया। पुलिस ने मझेवला नाले की ओर कांटे की बाड़ लगाकर इस स्थान को सीलबंद करते हुए आवाजाही पर रोक लगवाई। जल्द की आर्मी की विशेषज्ञ टीम मौके पर पहुंच कार्रवाई करेगी।
वर्षों से दबा था बीर तालाब के मझेवला नाले के पास जिस जगह मोर्टार मिला वह पूरी तरह से पहाड़ीनुमा जंगल क्षेत्र है। प्रारम्भिक जांच में यह पता चला कि यह कई साल से मिट्टी में दबा है।
बीर क्षेत्र में वर्षों पूर्व नसीराबाद आर्मी ने अपनी फायरिंग रेंज बना रखी थी, जहां सैन्य युद्धाभ्यास किया जाता था। मोर्टार पर मिट्टी व जंग लगा होने से उसका बैज भी साफ नजर नहीं आ रहा है। नसीराबाद आर्मी क्षेत्र में मोर्टार मिलने का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी फायरिंग रेंज क्षेत्र में बम मिल मिल चुके हैं।
डिफ्यूज करने की होगी कार्रवाई मोर्टार को डिफ्यूज करने की कार्रवाई जल्द की जाएगी। इसके लिए बम निरोधक दस्ता, एसएफएल टीम और नसीराबाद आर्मी के विशेषज्ञों की टीम कार्रवाई में जुट गई है। श्रीनगर थाना पुलिस के जवानों ने उक्त स्थान को कब्जे में लेते हुए आवाजाही पर रोक लगा दी।