इस दौरान बहुभाषायी काव्य सम्मेलन में सिंधी, राजस्थानी, हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत और अन्य भाषाओं में कवियों, साहित्यकारों ने रचना पढ़ी। इसमें डॉ. संदीप अवस्थी, रास बिहारी गौड़ ने काव्य पाठ किया। गोपाल गर्ग ने गजल सुनाकर दाद पाई। डॉ. रमेश अग्रवाल ने भी गजल प्रस्तुत की। इस दौरान लोकसभा चुनाव में अधिकाधिक मतदान के लिए लोगों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान सम्मान समारोह भी हुआ। ध्वनि मिश्रा प्रथम, अम्बिका हेड़ा और पूजा तंवर द्वितीय, वीना सोगानी तृतीय स्थान पर रही। उज्ज्वल लोढ़ा को विशेष पुरस्कार दिया गया। संचालन कविता अग्रवाल ने किया।
सहज योग का आयोजन
पुस्तक मेले के दौरान सहज योग के तहत लोगों को तनाव मुक्त रहने के लिए आध्यात्मिक आसन के बारे में बताया गया। सहज योगी रेखा जैन, मीनू राठौड़, दुर्गा शर्मा ने सात चक्र और पिंगला सुषुम्ना के माध्यम से जीवन में तनाव मुक्त रहने के तरीके बताए। परम चैतन्य फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में मुकुंद शेवड़ ने सेवाएं दी। नि:शुल्क चिकित्सा शिविर, पौधरोपण और अन्य कार्यक्रम भी हुए। विनोद बंसल ने धन्यवाद दिया।
पुस्तक मेले के दौरान सहज योग के तहत लोगों को तनाव मुक्त रहने के लिए आध्यात्मिक आसन के बारे में बताया गया। सहज योगी रेखा जैन, मीनू राठौड़, दुर्गा शर्मा ने सात चक्र और पिंगला सुषुम्ना के माध्यम से जीवन में तनाव मुक्त रहने के तरीके बताए। परम चैतन्य फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में मुकुंद शेवड़ ने सेवाएं दी। नि:शुल्क चिकित्सा शिविर, पौधरोपण और अन्य कार्यक्रम भी हुए। विनोद बंसल ने धन्यवाद दिया।
पुस्तक का विमोचन
पुस्तक मेले में सारा खान की लिखित पुस्तक हाऊ टू क्रियेट पॉजिटिव चेंज इन 21 डेज का विमोचन किया गया। समारोह के अतिथि एडीएम आनंदीलाल वैष्णव ने कहा कि मन का भाव सदैव अपनाना चाहिए। साथ ही अति उपभोग प्रवृत्ति से बचना चाहिए। ममता भार्गव ने मन को प्राकृतिक स्रोत बताया। लेखिका सारा खान ने किताब के बारे में जानकारी दी। इस दौरान शेफाली मार्टिन्स, चेतना उपाध्याय, सुनील मित्तल, विनिता जैन, कुणाल सिंह आदि ने संबोधित किया। संचालन डॉ. पूनम पांडे ने किया।
पुस्तक मेले में सारा खान की लिखित पुस्तक हाऊ टू क्रियेट पॉजिटिव चेंज इन 21 डेज का विमोचन किया गया। समारोह के अतिथि एडीएम आनंदीलाल वैष्णव ने कहा कि मन का भाव सदैव अपनाना चाहिए। साथ ही अति उपभोग प्रवृत्ति से बचना चाहिए। ममता भार्गव ने मन को प्राकृतिक स्रोत बताया। लेखिका सारा खान ने किताब के बारे में जानकारी दी। इस दौरान शेफाली मार्टिन्स, चेतना उपाध्याय, सुनील मित्तल, विनिता जैन, कुणाल सिंह आदि ने संबोधित किया। संचालन डॉ. पूनम पांडे ने किया।