परिजन का रो-रोकर बुरा हाल रहा। कोई समझ नहीं पा रहा कि आखिर अचानक यह हत्या कैसे हो गई। इसके पीछे रंजिश, लेनदेन,विवाद या और क्या वजह हो सकती है। पुलिस इसी दिशा में जांच करने में जुटी हुई है।
अजमेर जिले के किशनगढ़ उपखंड स्थित तिलोनिया गांव में बुधवार को कीचड़ में फंसी एक कार को देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे। कार के भीतर खून से सना शव नजर आने पर ग्रामीण सकते में आ गए।
मृतक का भतीजा लापता पुलिस के लिए यह भी जांच का विषय है कि कार में मृतक का भतीजा जीतू भी था जो लापता है। आखिर वह कहां है। सीमा सुरक्षा बल के जवान प्रधान गुर्जर (२७) निवासी ग्राम माली की हत्या का राज खोलने में पुलिस सक्रिय हो गई।
मृतक जवान सिक्किम में तैनात था। छुट्टियों में अपने गांव माली आया हुआ था। मृतक के शरीर पर कई जगह चोटों के निशान मिले हैं। हत्यारों ने मृतक की पहचान न हो, इसके लिए चेहरे को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया।
…लेकिन घर नहीं पहुंचे जवान प्रधान गुर्जर छुट्टियों में कुछ दिन पहले अपने गांव माली आया था। मंगलवार सुबह करीब 8.30 बजे वह घर से अपनी कार में अजमेर जाने का कहकर निकला था। अजमेर के पास भूणाबाय स्थित एक डिफेन्स एकेडमी में वह अपने दो भाइयों से मिलने गया था। प्रधान के साथ उसका भतीजा जीतू गुर्जर सहित दो अन्य लोग भी थे। सभी लोग रात को करीब साढ़े बजे एकेडमी से निकले, लेकिन घर नहीं पहुंचे।
शीशों पर लगा था खून तिलोनिया में तालाब के पास सुबह प्रधान की कार लावारिस हालत में कीचड़ में फंसी मिली। ग्रामीणों ने टै्रक्टर से कार को बाहर निकलवाया। गाड़ी के शीशों पर खून लगा था। कार के अंदर प्रधान की लाश पड़ी मिली। मृतक का शरीर कई जगह से गुदा हुआ मिला। सूचना पर पहुंची बांदरसिंदरी थाना पुलिस ने शव को किशनगढ़ के यज्ञनारायण अस्पताल पहुंचाया।
ग्रामीणों ने पंचनामा फाड़ा अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने पंचनामा फाड़ दिया तथा पोस्टमार्टम नहीं कराने की मांग करते हुए शव लेने से मना कर दिया। उन्होंने लापता जीतू गुर्जर के साथ भी अनहोनी की आशंका जताते हुए उसे जल्द तलाश करने की मांग की। बाद में किशनगढ़ विधायक सुरेश टांक की समझाइश पर ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए।