नीलामी से हो निस्तारण रोडवेज के अजमेर आगार के मुख्य प्रबन्धक ने जिला कलक्टर एंव प्रबन्ध निदेशक अजमेर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड को पत्र लिख कर नाकारा हो चुकी इन बसों के नीलामी के जरिए निस्तारण की मांग की है। जिससे कार्यशाला में रोडवेज बसों की पार्र्किंग के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध हो सकेगी। यदि नीलामी नहीं हो सके तो इन बसों को नगर निगम को सुपुर्द किया जाए जिससे इन बसों को नगर निगम अन्यत्र खड़ा करे। रोडवेज को इन बसों के संचालन से 17 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। यह राशि लेने के लिए रोडवेज लम्बे समय से कलक्टर,नगर निगम व एडीए को पत्र लिख रहा है लेकिन यह राशि नहीं मिली।
एमडी ने जता चुके हैं नाराजगी राजस्थान पथ परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक ने अजमेर आगार की कार्यालया का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होनें खटारा रोडवेज बसों को लेकर नाराजगी जताते हुए इनके निस्तारण के निर्देश दिए थे।
नई कम्पनी का हो चुका है गठन पूर्व में अजमेर सिटी ट्रांसपोर्ट लिमिटेड के तहत इन बसों का संचालन रोडवेज कर रहा था जबकि बसों के संचालन की जिम्मेदारी नगर निगम की थी। अब कम्पनी का बाइंड अप करके अजमेर-पुष्कर सिटी ट्रांसपोर्ट कम्पनी का गठन किया जा चुका है। अब नगर निगम इसके तहत मिडी बसों का संचालन कर रहे हैं।