scriptसवारियों का बोझ ढोने वाली बसें रोडवेज के लिए बन गई ‘बोझÓ | Buses carrying the burden of passengers became 'burden' for roadways. | Patrika News

सवारियों का बोझ ढोने वाली बसें रोडवेज के लिए बन गई ‘बोझÓ

locationअजमेरPublished: Dec 07, 2020 06:51:31 pm

Submitted by:

bhupendra singh

-रोडवेज बसों को खड़ी करने की जगह नहीं,खराटा एसीटीएसएल बसों का लगा जमावड़ा
-एसीटीएसएल बसों के संचालन से हो चुका है 17 करोड़ का घाटा

Only 20 buses out of 165 operated, Nagpur route closed

Only 20 buses out of 165 operated, Nagpur route closed

भूपेन्द्र सिंह

अजमेर. करीब सात साल तक शहर के यात्रियों का बोझ उठाने वाली लो-बसें अब राजस्थान पथ परिवह निगम rsrtc के अजमेर आगार के लिए अब ‘बोझÓ बन गई हैं। जेएनएनयूआरएम jnnurm के तहत शहर में संचालित की गई 35 एसीटीएसएल बसों के चलते राजस्थान रोडवेज पहले ही 17 करोड़ रुपए का घाटा खा चुका है। अब यह बसें बंद होने के बाद भी रोडवेज roadways. पर भारी पड़ रही है। नाकारा हो चुकी ये बसें राजस्थान पथ परिवहन निगम के अजमेर आगार की कार्यशाला में खड़ी हैंं। इससे आगार की नियमित संचालित हो रही बसों को खड़ी करने की जगह कम पड़ रही है। यह बसें अपने संचालन के निर्धारित नोम्र्स (8 वर्ष की आयु या 6 लाख किमी) पूरा कर चुकी हैं। कई बसें को कबाड़ में तब्दील हो चुकी हैं। खराब स्थिति एंव अत्यधिक व्यय होने के कारण इन वाहनों का संचालन लाभप्रद नहीं है एवं सुरक्षा की दृष्टि से भी सही नहीं है। पूर्व में इन बसों का संचालन नसीराबाद,अजमेर से मांगलियावास,अजमेर से किशनगढ़, अजमेर से पुष्कर एवं अजमेर सहित अन्य मांर्गो पर होता था।
नीलामी से हो निस्तारण

रोडवेज के अजमेर आगार के मुख्य प्रबन्धक ने जिला कलक्टर एंव प्रबन्ध निदेशक अजमेर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड को पत्र लिख कर नाकारा हो चुकी इन बसों के नीलामी के जरिए निस्तारण की मांग की है। जिससे कार्यशाला में रोडवेज बसों की पार्र्किंग के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध हो सकेगी। यदि नीलामी नहीं हो सके तो इन बसों को नगर निगम को सुपुर्द किया जाए जिससे इन बसों को नगर निगम अन्यत्र खड़ा करे। रोडवेज को इन बसों के संचालन से 17 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। यह राशि लेने के लिए रोडवेज लम्बे समय से कलक्टर,नगर निगम व एडीए को पत्र लिख रहा है लेकिन यह राशि नहीं मिली।
एमडी ने जता चुके हैं नाराजगी

राजस्थान पथ परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक ने अजमेर आगार की कार्यालया का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होनें खटारा रोडवेज बसों को लेकर नाराजगी जताते हुए इनके निस्तारण के निर्देश दिए थे।
नई कम्पनी का हो चुका है गठन

पूर्व में अजमेर सिटी ट्रांसपोर्ट लिमिटेड के तहत इन बसों का संचालन रोडवेज कर रहा था जबकि बसों के संचालन की जिम्मेदारी नगर निगम की थी। अब कम्पनी का बाइंड अप करके अजमेर-पुष्कर सिटी ट्रांसपोर्ट कम्पनी का गठन किया जा चुका है। अब नगर निगम इसके तहत मिडी बसों का संचालन कर रहे हैं।
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