विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज शिक्षकों का कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत एसीपी का लाभ बकाया है। इसे लेकर एमएनआईटी के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष प्रो. जी. एस. डंगायच की अध्यक्षता में प्रो. एम. एल. मीना, एमएनआईटी निदेशक प्रो. एन. पी. पाढी द्वारा नामित शिक्षक सहित तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव सहित अन्य की कमेटी बनाई गई थी।
आवेदन जांचकर लिफाफे बंद
कमेटी ने पिछले दिनों शिक्षकों के एसीपी आवेदन जांचकर लिफाफे बंद किए। इन शिक्षकों को 7000 से 8000 और 8000 से 9000 ग्रेड-पे एसीपी का परिलाभ दिया जाना था।
निरस्त की कार्रवाई
तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. मनीष गुप्ता ने सोमवार को एसीपी परिलाभ दिए जाने बाबत पूर्व में दिए गए आदेश निरस्त कर दिए। इसमें बताया कि 8 नवम्बर को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के नोटिफिकेशन के क्रम में समिति द्वारा कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम से जुड़ी सभी कार्रवाई निरस्त कर दी गई।
पहुंची थी सीएमओ तक शिकायतें
कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत शिक्षकों को 7000 से 8000 और 8000 से 9000 एसीपी का परिलाभ मिलना है। कथित तौर पर कमेटी सदस्यों और अधिकारियों को इसे लेकर शिकायतें सीएमओ पहुंची थी। तकनीकी शिक्षा विभाग की अंदरूनी जांच में यह उजागर भी हो गया। पूरा प्रोसेस निरस्त होने के बाद विभाग ने नई कमेटी का गठन किया है। कमेटी को 15 दिन में स्क्रूटनी और निर्देशों के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।