scriptpushkar news: और इसलिए मच गया कैचमेंट एरिया के जमीन मालिकों में हडक़म्प | Catchment area of pushkar lake : stirred on Catchment area landowners | Patrika News

pushkar news: और इसलिए मच गया कैचमेंट एरिया के जमीन मालिकों में हडक़म्प

locationअजमेरPublished: Aug 23, 2019 12:08:44 pm

Submitted by:

Preeti

Catchment area of pushkar lake : जमीनें सरोवर के डूब क्षेत्र से बाहर निकलवाने की कवायद शुरू
-कैचमेन्ट क्षेत्र के जमीन मालिकों में हडक़म्प

pushkar news: तो इसलिए  कैचमेंट एरिया के जमीन मालिकों में मच गया हडक़म्प

pushkar news: तो इसलिए कैचमेंट एरिया के जमीन मालिकों में मच गया हडक़म्प

पुष्कर. सरोवर के कैचमेंट एरिया (Catchment area )(जलग्रहण क्षेत्र) में बसी अवैध होटल (hotels)व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स(Commercial complex) पर कार्रवाई करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट आदेश का हवाला देते हुए जिला कलक्टर की ओर से दिशा निर्देश जारी करने के साथ ही कैचमेन्ट क्षेत्र के जमीन मालिकों में हडक़म्प (Stir)मच गया है। शीघ्र ही अवैध निर्माणकर्ता एवं उनके समर्थक बैठक करके अपनी-अपनी जमीनों को डूब क्षेत्र से बाहर निकलवाने के लिए लामबंद होने की कवायद में जुटे गए है। हालाकि इस मसले पर एक बैठक की जा चुकी है तथा कार्रवाई पर होने वाले खर्च के लिए फंड एकत्र पर भी चर्चा की गई। पता चला है कि शीघ्र ही माली व रावत नाला क्षेत्र के जमीन मालिकों कीएक बैठक होगी।
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पुष्कर सरोवर(Pushkar lake) के पीछे स्थित कृषि भूमि कैचमेंट क्षेत्र में नाग पहाड़ी (nag pahadi )का पानी सम्पूर्ण नाला के डूब क्षेत्र में एकत्र होने से जनहानि का खतरा बना रहता है। पिछले सप्ताह बरसात से कैचमेंट क्षेत्र में अथाह जल भर गया। प्रशासन को इस क्षेत्र में संचालित होटलों, रिसॉर्ट में पर्यटकों को नहीं ठहराने के आदेश देने पड़े। एक विदेशी पर्यटक(foreign tourist) को तो रेस्क्यू करके पानी से बाहर निकालना पड़ा। कलक्टर(collector) विश्वमोहन शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए नगरपालिका ईओ को पत्र भेजा तथा कैचमेंट क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
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जमीनों के भाव गिरने कीे चिंता
पुष्कर के डूब-नाला क्षेत्र की कृषि भूमियां होटलों का हब बन गई है। इस क्षेत्र में करीब 20 हजार रुपए प्रतिवर्ग गज से जमीनें बेची जा रही हैं। इन जमीनों पर राजस्व विभाग (Revenue Department)के कारिन्दों की अनदेखी से होटल बनाने की होड़ मची है। कलक्टर के आदेश के बाद जमीन मालिकों को जमीनों के भाव घटने की चिंता सताने लगी है। यही कारण है कि डूब क्षेत्र हटवाने के लिए लामबंद होने लगे है।

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