बारहवीं और दसवीं की सालाना परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हुई थीं। कोरोना संक्रमण के चलते मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर सीबीएसई ने 19 मार्च को दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं स्थगित कर दीं। इसके बाद देश में लॉकडाउन हो गया। 1 मई को सीबीएसई ने दिल्ली रीजन को छोड़कर दसवीं की परीक्षाएं स्थगित कर दीं। जबकि बारहवीं के 29 विषयों के पेपर 1 से 15 जुलाई तक कराने का फैसला किया। कोरोना संक्रमण के दौरान परीक्षाएं कराने के खिलाफ अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
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बोर्ड ने स्थगित की परीक्षाएंसुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई ने दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं नहीं कराने की जानकारी दी। बोर्ड ने कहा कि दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को सत्र 2019-20 में पूर्व की तीन आंतरिक परीक्षाओं के मूल्यांकन के आधार पर अंक दिए जाएंगे। हालांकि बोर्ड ने साफ किया कि बारहवीं के विद्यार्थी चाहें तो परफॉरमेंस सुधारने के लिए स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा दे सकते हैं। मालूम हो कि दसवीं और बारहवीं में 30 लाख 96 हजार 771 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
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जुलाई में निकलेंगे नतीजेअजमेर, नई दिल्ली, प्रयागराज, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, देहरादून, पंचकुला, गुवाहाटी, पटना, भुवनेश्वर, बेंगलूरू, चंडीगढ़, भोपाल, नोएडा, पुणे एवं दिल्ली वेस्ट रीजन में विद्यार्थियों की कॉपियां जांचने का काम पूरा हो चुका है। अब दसवीं-बारहवीं के बकाया पेपर में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक देने की प्रक्रिया होगी। इसके बाद जुलाई में बोर्ड परिणाम जारी करेगा। इसकी तिथि मुख्यालय ही तय करेगा।