बोर्ड ने सभी रीजन में विषयवार अंक प्रणाली भेजी है। कमेटियों को इसके अनुसार ही मूल्यांकन करना हेागा। विषयवार बकाया मूल्यांकन 15 मई तक पूरा करना होगा। किसी विद्यार्थी के पीरियोडिक/त्रैमासिक/अद्र्ध वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं होने पर स्कूल ऑनलाइन/ऑफलाइन अथवा टेलीफोन पर प्रश्न पूछकर विद्यार्थी का मूल्यांकन करना होगा। मालूम हो कि अजमेर रीजन में राजस्थान और गुजरात के स्कूल शामिल हैं। सत्र 2020-21 में दसवीं के करीब 1.50 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
सभी स्कूल में प्राचार्यों की अध्यक्षता में आठ शिक्षकों की रिजल्ट कमेटी बनाई गई है। इनमें पांच शिक्षक उसी संबंधित स्कूल के विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और दो भाषाओं (यथा अंग्रेजी, हिंदी और अन्य) के रखे गए हैं। जबकि अन्य स्कूल के दो शिक्षकों को शामिल किया गया है। किसी विद्यार्थी के विषयवार अंक कम आने पर भी उसे पूरक योग्य घोषित करते हुए ग्यारहवीं में प्रमोट किया जाएगा। उसके पूरक परीक्षा पास करने पर ग्यारहवीं में स्थाई तौर पर उत्तीर्ण किया जाएगा।